“मैया मुझको भी बुलाले अपने दरबार में” एक भव्य भजन है, जिसमें भक्त माँ से अपनी शरण में लेने की प्रार्थना करता है। यह भजन न केवल भक्त की गहरी श्रद्धा को दर्शाता है, बल्कि माँ की कृपा और आशीर्वाद की आवश्यकता को भी महसूस कराता है। इस भजन में भक्त माँ से सच्ची शरण और आशीर्वाद की कामना करता है, ताकि उसकी जीवन की राह आसान हो और उसे सभी दुखों से मुक्ति मिल सके। आइए, इस भजन के माध्यम से हम भी माँ से आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए प्रार्थना करें।
Maiya Mujhko Bhi Bulale Apne Darbar Mien Lyrics
मैया मुझको भी बुलाले,
अपने दरबार में,
मेरी हर सांस रुकी है,
मेरी हर सांस रुकी है,
तेरे इन्तजार में,
मईया मुझको भी बुलाले,
अपने दरबार में।।
मेरे जीवन का मैया,
एक तू ही है सहारा,
मैंने तुझको ही माना,
मैंने तुझको ही पुकारा,
और कोई न मिला,
और कोई न मिला,
सारे संसार में,
मईया मुझको भी बुलाले,
अपने दरबार में।।
तेरे चरणों में मैया,
झुकता संसार सारा,
सबकी तू झोली भरती,
सबका करती है गुजारा,
भक्ति की शक्ति मिले,
भक्ति की शक्ति मिले,
तेरे दीदार में,
मईया मुझको भी बुलाले,
अपने दरबार में।।
ऐसी है लीला तेरी,
ज्योत दिन रात जलती,
तेरी ही ज्योति से मैया,
सारी दुनिया है चलती,
देदे थोड़ी सी जगह,
देदे थोड़ी सी जगह,
तेरे दरबार में,
मईया मुझको भी बुलाले,
अपने दरबार में।।
सुबह तुझसे ही होती,
शाम तुझसे ही ढलती,
तेरे आँचल में मैया,
ऐसी ममता है पलती,
ऐसी ममता है पलती,
अब तो आजाओ मैया,
मेरे परिवार में,
मईया मुझको भी बुलाले,
अपने दरबार में।।
मैया मुझको भी बुलाले,
अपने दरबार में,
मेरी हर सांस रुकी है,
मेरी हर सांस रुकी है,
तेरे इन्तजार में,
मईया मुझको भी बुलाले,
अपने दरबार में।।
“मैया मुझको भी बुलाले अपने दरबार में” भजन में भक्त माँ से अपनी आत्मा की शुद्धि और उनके आशीर्वाद की प्रार्थना करता है। इस भजन के मधुर शब्दों के माध्यम से हम माँ के दरबार में अपने दिल की बात पहुंचाते हैं और उनके आशीर्वाद के साथ अपने जीवन को संवरने की कामना करते हैं। यदि आपको यह भजन पसंद आया, तो आप “जय माँ दुर्गा”, “माँ की महिमा”, और “माँ के भव्य भजन” जैसे अन्य भजनों का भी आनंद ले सकते हैं, जो माँ दुर्गा की कृपा और आशीर्वाद को दर्शाते हैं। माँ दुर्गा का आशीर्वाद हमेशा हमारे साथ रहे।