सर्वसुखदायिनी मैया वरदायिनी भजन लिरिक्स

“सर्वसुखदायिनी मैया, वरदायिनी” एक भक्तिपूर्ण भजन है जो माँ दुर्गा की महिमा का बखान करता है। इस भजन में माँ को सर्वसुख देने वाली और भक्तों की हर इच्छा पूरी करने वाली देवी के रूप में प्रस्तुत किया गया है। माँ दुर्गा को वरदायिनी (आशीर्वाद देने वाली) के रूप में श्रद्धा और विश्वास से पूजा जाता है। जब भी कोई भक्त सच्चे मन से माँ की शरण में आता है, तो माँ अपने आशीर्वाद से उसकी हर मुश्किल को दूर कर देती हैं। आइए, हम इस भजन के माध्यम से माँ दुर्गा की भक्ति करें और उनसे आशीर्वाद की प्रार्थना करें।

Sarvsukhdayini Maiya Vardayini Bhajan Lyrics

सर्वसुखदायिनी मैया वरदायिनी,
हे माँ नारायणी तू ही जग तारणी,
हे माँ नारायणी तू ही जग तारणी।।

हे भवानी सदा तेरी रखना कृपा,
तेरे चरणों से करना कभी ना जुदा,
सर्वसुखदायनी मैया वरदायनी,
हे माँ नारायणी तू ही जग तारणी,
हे माँ नारायणी तू ही जग तारणी।।

रूप मनमोहना मुख है चन्द्रमा,
तेरे आँचल में ममता का सागर भरा,
सर्वसुखदायनी मैया वरदायनी,
हे माँ नारायणी तू ही जग तारणी,
हे माँ नारायणी तू ही जग तारणी।।

जो सुहागन के सर हाथ रखदे अगर,
तो सुहागन का सिंदूर करती अमर,
सर्वसुखदायनी मैया वरदायनी,
हे माँ नारायणी तू ही जग तारणी,
हे माँ नारायणी तू ही जग तारणी।।

हे माँ अरमान ये मुझको वरदान दे,
तेरी चोखट पे निकले मेरे प्राण ये,
सर्वसुखदायनी मैया वरदायनी,
हे माँ नारायणी तू ही जग तारणी,
हे माँ नारायणी तू ही जग तारणी।।

‘सोनू’ वंदन करे सदा सुमिरण करे,
तेरी सेवा में जीवन ये अर्पण करे,
सर्वसुखदायनी मैया वरदायनी,
हे माँ नारायणी तू ही जग तारणी,
हे माँ नारायणी तू ही जग तारणी।।

सर्वसुखदायिनी मैया वरदायिनी,
हे माँ नारायणी तू ही जग तारणी,
हे माँ नारायणी तू ही जग तारणी।।

“सर्वसुखदायिनी मैया, वरदायिनी” भजन माँ दुर्गा के उन दिव्य गुणों का वर्णन करता है जो उनके भक्तों के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लाते हैं। इस भजन को गाने से न केवल हमारी श्रद्धा और भक्ति में वृद्धि होती है, बल्कि हम माँ की कृपा और आशीर्वाद से भी ओत-प्रोत होते हैं। यदि आपको यह भजन पसंद आया, तो आप “जय दुर्गा”, “माँ की महिमा”, और “माँ दुर्गा के भजन” जैसे अन्य भजनों का भी आनंद ले सकते हैं, जिनमें माँ की उपासना और आशीर्वाद से जुड़ी गहरी बातें छिपी हैं। माँ दुर्गा का आशीर्वाद सदा हम पर बना रहे।

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