झूमर झलके अम्बा ना गोरा गाल पे रे एक अद्भुत भजन है, जो माता अम्बा की महिमा और सुंदरता का वर्णन करता है। इस भजन में माता के रूप, उनके गालों पर झूमर की झलक और उनके दिव्य सौंदर्य का चित्रण किया गया है। यह भजन भक्तों के दिलों में माता के प्रति गहरी श्रद्धा और भक्ति को जागृत करता है।
Jhumar Jhalke Amba Na Gora Gaal Pe Re Bhajan Lyrics
झूमर झलके अम्बा ना,
गोरा गाल पे रे,
गोरा गाल पे रे,
लम्बा बाल पे रे,
झुमर झलके अम्बा ना,
गोरा गाल पे रे।।
ऐ भई रे भई रे,
कुम्हारा तने विनवु रे,
म्हारी माता सारू,
दीवड़ा लई आवजो रे,
झुमर झलके अम्बा ना,
गोरा गाल पे रे।।
ऐ भई रे भई रे,
सोनीड़ा तने विनवु रे,
म्हारी माता सारू,
झांझरिया लई आवजो रे,
झुमर झलके अम्बा ना,
गोरा गाल पे रे।।
ऐ भई रे भई रे,
जोशीड़ा तने विनवु रे,
म्हारी माता सारू,
चुंदड़ी लई आवजो रे,
झुमर झलके अम्बा ना,
गोरा गाल पे रे।।
ऐ भई रे भई रे,
मालीड़ा तने विनवु रे,
म्हारी माता सारू,
गजरा लई आवजो रे,
झुमर झलके अम्बा ना,
गोरा गाल पे रे।।
ऐ भई रे भई रे,
ढोलीड़ा तने विनवु रे,
म्हारी माता सारू,
ढोल वगाडजो रे,
झुमर झलके अम्बा ना,
गोरा गाल पे रे।।
ऐ भई रे भई रे,
वणजारा तने विनवु रे,
म्हारी माता सारू,
चुड़ला लई आवजो रे,
झुमर झलके अम्बा ना,
गोरा गाल पे रे।।
झूमर झलके अम्बा ना,
गोरा गाल पे रे,
गोरा गाल पे रे,
लम्बा बाल पे रे,
झुमर झलके अम्बा ना,
गोरा गाल पे रे।।
“झूमर झलके अम्बा ना गोरा गाल पे रे” भजन में माता के रूप और सौंदर्य का सुंदर वर्णन किया गया है। इस भजन से हमें यह एहसास होता है कि माँ अम्बा के आशीर्वाद से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का आगमन होता है। अगर आपको यह भजन पसंद आया हो, तो “माँ की भक्ति”, “अम्बे माँ का आशीर्वाद”, और “माँ की दिव्यता” जैसे अन्य भजनों का भी आनंद लें। इन भजनों में हम माँ के दिव्य रूप और शक्तियों का अनुभव कर सकते हैं और उनके आशीर्वाद से अपने जीवन को और भी सुंदर बना सकते हैं।