“भगत पुकारे आज मावड़ी आके लाज बचा जा ऐ” एक भावुक भजन है जो भक्तों की सच्ची श्रद्धा और माँ दुर्गा से प्रेम को व्यक्त करता है। यह भजन इस बात का प्रतीक है कि जब भक्त संकट में होते हैं, तो वे माँ से अपने दिल की पुकार लगाते हैं। इस भजन में भक्त माँ से अपने सम्मान और प्रतिष्ठा को बचाने के लिए आशीर्वाद की प्रार्थना कर रहे हैं। यह भजन माँ दुर्गा की कृपा और उनकी शक्ति को महसूस करने का एक सुंदर तरीका है।
Bhagat Pukare Aaj Mavdi Aake Laaj Bacha Ja Aye Bhajan Lyrics
भगत पुकारे आज मावड़ी,
आके लाज बचा जा ऐ,
दुःख पावे है टाबर थारा,
आके कष्ट मिटा जा ऐ,
भक्त पुकारे आज मावड़ी,
आके लाज बचा जा ऐ।।
सर पे हमारे गम के बादल,
जब जब भी मंडराते है,
और ना कुछ भी भावे दादी,
थारी याद सतावे है,
सुन ले म्हारी अर्जी दादी,
मन की बात बतावा ऐ,
भक्त पुकारे आज मावड़ी,
आके लाज बचा जा ऐ।।
कर सोलह श्रृंगार भवानी,
म्हारे घरा जद आवोगा,
तन मन धन सब वार दिया माँ,
यो जीवन अब वारंगा,
डग मग डोले नैया म्हारी,
भव से पार लगा जा ऐ,
भक्त पुकारे आज मावड़ी,
आके लाज बचा जा ऐ।।
झुंझनू की धरती है पावन,
माटी तिलक लगावा जी,
दिन दुखी दरवाजे आवे,
हर संकट कट जावे जी,
‘आकाश परिचय’ झुक झुक दादी,
थारा दर्शन पावा ऐ,
भक्त पुकारे आज मावड़ी,
आके लाज बचा जा ऐ।।
भगत पुकारे आज मावड़ी,
आके लाज बचा जा ऐ,
दुःख पावे है टाबर थारा,
आके कष्ट मिटा जा ऐ,
भक्त पुकारे आज मावड़ी,
आके लाज बचा जा ऐ।।
“भगत पुकारे आज मावड़ी आके लाज बचा जा ऐ” भजन हमें यह सिखाता है कि जब भी हमें कठिनाई या सम्मान की चिंता होती है, तो हमें माँ दुर्गा के पास जाना चाहिए, क्योंकि वह हर भक्त की रक्षा करने वाली हैं। माँ के आशीर्वाद से ही हमारी मुश्किलें दूर होती हैं और हमें शांति और सुख मिलता है। यदि आपको यह भजन पसंद आया, तो आप अन्य भजनों का भी आनंद ले सकते हैं जैसे “जय दुर्गा माँ”, “माँ का आशीर्वाद”, और “माँ दुर्गा की स्तुति”। माँ दुर्गा का आशीर्वाद हमेशा आपके साथ रहे, जय माता दी