“माँ के रहते भक्त कभी रो नहीं सकता” भजन माँ दुर्गा की असीम कृपा और उनके अनंत बल का प्रतीक है। इस भजन में यह संदेश दिया गया है कि जब माँ का आशीर्वाद अपने भक्तों पर होता है, तो वे कभी भी किसी प्रकार की कठिनाई या परेशानी में नहीं पड़ते। माँ दुर्गा अपने भक्तों को हर संकट से बचाती हैं और उनका मार्गदर्शन करती हैं। इस भजन के माध्यम से भक्त माँ से यह प्रार्थना करते हैं कि वे हमेशा उनकी रक्षा करें और उनके जीवन को सुखमय बनाएं। आइए, इस भजन के माध्यम से हम माँ के प्रति अपनी श्रद्धा और विश्वास को व्यक्त करें।
Maa Ke Rahte Bhakt Kabhi Ro Nahi Sakta Bhajan Lyrics
माँ के रहते भक्त कभी,
रो नहीं सकता,
भक्त बुलाए माँ नहीं आए,
हो नहीं सकता,
मां के रहते भक्त कभी।।
भगत तो जान है इसकी,
भगत में प्राण अटके है,
भगत को याद कर कर के,
इसके दिन रात कटते है,
और कही पर मैया का,
दिल नहीं लगता,
भक्त बुलाए माँ नहीं आए,
हो नहीं सकता,
मां के रहते भक्त कभी।।
भगत ठोकर खाकर गिरता,
इसको चोट आती है,
भगत के पास में इसकी,
आत्मा दौड़ जाती है,
मंदिर में रुकने का फिर,
दिल नहीं करता,
भक्त बुलाए माँ नहीं आए,
हो नहीं सकता,
मां के रहते भक्त कभी।।
चाहे घर में चाहे मंदिर में,
माँ तो बस माँ ही होती है,
भगत के आँख भर आए,
तो आँखे माँ की रोती है,
माँ की तुलना कोई भी,
कर नहीं सकता,
भक्त बुलाए माँ नहीं आए,
हो नहीं सकता,
मां के रहते भक्त कभी।।
बुरी नजरो से दुनिया के,
ये मैया बचाकर रखती है,
सीने से ‘बनवारी’ हमको,
ये मैया लगाकर रखती है,
ऊँगली पकड़ कर रखती,
बेटा खो नहीं सकता,
भक्त बुलाए माँ नहीं आए,
हो नहीं सकता,
मां के रहते भक्त कभी।।
माँ के रहते भक्त कभी,
रो नहीं सकता,
भक्त बुलाए माँ नहीं आए,
हो नहीं सकता,
मां के रहते भक्त कभी।।
“माँ के रहते भक्त कभी रो नहीं सकता” भजन हमें यह एहसास दिलाता है कि माँ दुर्गा अपने भक्तों के जीवन में सशक्त सुरक्षा की देवी हैं। जब तक माँ का साथ है, तब तक कोई भी कठिनाई या दुख हमसे दूर रहता है। इस भजन के माध्यम से हम माँ के आशीर्वाद के महत्व को समझते हैं और उनके प्रति अपना विश्वास और श्रद्धा बढ़ाते हैं। यदि आपको यह भजन पसंद आया हो, तो आप अन्य माँ दुर्गा के भजनों का भी आनंद ले सकते हैं, जैसे “जय माँ दुर्गा”, “माँ का आशीर्वाद”, और “माँ की महिमा”। इन भजनों से हमें माँ के आशीर्वाद का अनुभव होता है और हमारी भक्ति और बढ़ जाती है। जय माता दी!