जम्मू में माँ मात वैष्णो कलकत्ते में काली भजन लिरिक्स

“जम्मू में माँ मात वैष्णो, कलकत्ते में काली” भजन में माँ के विभिन्न रूपों का दर्शन होता है। यह भजन माँ वैष्णो देवी और माँ काली की महिमा का गुणगान करता है, जो अपनी शक्ति और भक्ति के लिए विख्यात हैं। जम्मू में स्थित माँ वैष्णो देवी के दरबार में हर भक्त अपनी आस्था और श्रद्धा लेकर जाता है, वहीं काली माँ का मंदिर कलकत्ता में भव्य रूप से स्थित है, जहाँ हर भक्त अपनी कष्टों से मुक्ति की कामना करता है। इस भजन के माध्यम से हम इन दोनों शक्तियों के आशीर्वाद की महिमा को महसूस कर सकते हैं।

Jammu Mien Maa Maat Veshno Kalkatte Mien Kali Bhajan Lyrics

जम्मू में माँ मात वैष्णो,
कलकत्ते में काली,
सब की विनती सुनती है,
मेरी मैया शेरोवाली,
जय जय माँ, जय जय माँ,
जय जय माँ, जय जय माँ।।

रूप अनेको माँ के ये बताऊँ मैं,
जहाँ भी देखूं मैया को ही पाऊं मैं,
मैया का हर द्वार है सच्चा,
जानता हर बच्चा बच्चा,
कही चामुंडा कही पे ज्वाला,
कही पे झंडे वाली,
जय जय माँ, जय जय माँ,
जय जय माँ, जय जय माँ।।

सच्चे दिल से जो माँ के दर आता है,
जीवन में वो कभी नहीं दुःख पाता है,
गुण गाओ चाहे करोली,
खुशियों से भरती है झोली,
माँ के दर से आज तलक,
कोई लौटा नहीं है खाली,
जय जय माँ, जय जय माँ,
जय जय माँ, जय जय माँ।।

‘भीमसेन’ बेशक प्यारे आजमा ले तू,
माँ के दर पे सोया भाग्य जगा ले तू,
माँ बेटे का निर्मल नाता,
क्यों ना तेरी समझ में आता,
ममता माँ के भक्तो की तो,
मनती रोज दिवाली,
जय जय माँ, जय जय माँ,
जय जय माँ, जय जय माँ।।

जम्मू में माँ मात वैष्णो,
कलकत्ते में काली,
सब की विनती सुनती है,
मेरी मैया शेरोवाली,
जय जय माँ, जय जय माँ,
जय जय माँ, जय जय माँ।।

“जम्मू में माँ मात वैष्णो, कलकत्ते में काली” भजन हमें माँ के दोनों रूपों की भव्यता और उनकी असीम शक्ति का एहसास कराता है। चाहे वह वैष्णो देवी का पवित्र स्थान हो या काली माँ का भव्य मंदिर, हर जगह माँ के चरणों में श्रद्धा और आस्था का साम्राज्य है। इस भजन के माध्यम से हमें यह संदेश मिलता है कि माँ के आशीर्वाद से जीवन में हर कठिनाई का समाधान संभव है। अगर आपको यह भजन पसंद आया हो, तो आप “माँ की पूजा से जीवन सुधर जाता है”, “काली माँ की महिमा”, और “वैष्णो देवी की आराधना” जैसे अन्य भजनों का भी आनंद ले सकते हैं। जय माता दी!

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