ल्याया थारी चुनड़ी करियो माँ स्वीकार एक प्यारा और भावपूर्ण भजन है, जो माता के प्रति पूर्ण श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक है। इस भजन में भक्त अपनी चुनरी लेकर माता के पास आता है और विनती करता है कि माँ उसकी भक्ति और समर्पण को स्वीकार करें। यह भजन हमें यह संदेश देता है कि सच्चे मन से की गई पूजा और भक्ति के बिना कोई चीज़ मूल्य नहीं रखती। आइए, इस भजन के माध्यम से हम माँ की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करने की कामना करें और अपने जीवन को उनके आशीर्वाद से रोशन करें।
Lyaya Thari Chundi Kriyo Maa Swikar Bhajan Lyrics
ल्याया थारी चुनड़ी,
करियो माँ स्वीकार,
इमें साँचा साँचा हीरा,
इमें साँचा साँचा हीरा,
और मोत्यां की भरमार,
ल्याया थारी चुनरी,
करियो माँ स्वीकार।।
चुनरी को रंग लाल चटक है,
तारा भी चिपकाया माँ,
बढ़िया पोत मंगाया जामे,
गोटो भी लगवाया माँ,
थे तो ओढ़ दिखाओ मैया,
थारो मानूंगा उपकार,
ल्याया थारी चुनरी,
करियो माँ स्वीकार।।
बस इतनी सी कृपा कर द्यो,
सेवा में लग जावा माँ,
म्हाने तो इ लायक कर द्यो,
चुनरी रोज चढ़ावा माँ,
बस टाबरिया पर बरसे,
माँ हरदम थारो प्यार,
ल्याया थारी चुनरी,
करियो माँ स्वीकार।।
एक हाथ से भक्ति दीजो,
एक हाथ से शक्ति माँ,
एक हाथ से धन दौलत और,
एक हाथ से मुक्ति माँ,
थे तो हर हाथा से दीजो,
माँ थारा हाथ हज़ार,
ल्याया थारी चुनरी,
करियो माँ स्वीकार।।
गर थे थारो बेटो समझो,
सेवा बताती रहिजो माँ,
‘बनवारी’ गर लायक समझो,
काम उडाती रहिजो माँ,
थारो ‘अमरचंद’ बैठ्यो है,
थारी सेवा में तैयार,
ल्याया थारी चुनरी,
करियो माँ स्वीकार।।
ल्याया थारी चुनड़ी,
करियो माँ स्वीकार,
इमें साँचा साँचा हीरा,
इमें साँचा साँचा हीरा,
और मोत्यां की भरमार,
ल्याया थारी चुनरी,
करियो माँ स्वीकार।।
इस भजन के माध्यम से हम माँ की महिमा और उनके प्रति अपनी श्रद्धा को व्यक्त करते हैं। जब हम अपने दिल से माँ को पुकारते हैं, तो माँ हमारी हर एक प्रार्थना और आशीर्वाद को स्वीकार करती हैं। यदि आपको यह भजन पसंद आया हो, तो आप और भी देवी दुर्गा के भजनों का आनंद ले सकते हैं, जैसे – “माँ तुझे सलाम”, “जय माँ दुर्गे”, “माँ के चरणों में बसा सुख”, और “माँ की कृपा से मिलता है जीवन को सुख”। इन भजनों के माध्यम से हम देवी दुर्गा की कृपा से अपने जीवन को सुखमय और समृद्ध बना सकते हैं। जय माता दी!