माँ अपने दिल से भुला तो ना दोगी भजन में यह बताया गया है की, माँ की ममता से बढ़कर इस संसार में कुछ भी नहीं। जब भी दुखों का अंधकार जीवन में घिरता है, तब माँ अपनी कृपा से जीवन को प्रकाशमय कर देती है। भक्तों के आह्वान पर वह सदा उनकी रक्षा के लिए तत्पर रहती हैं। माँ के दर पर जो भी श्रद्धा से सिर झुकाता है, वह कभी खाली हाथ नहीं लौटता। उनकी कृपा से असंभव भी संभव हो जाता है।
Maa Apne Dil Se Bhula To Na Dogi Bhajan Lyrics
दोहा-
कागा सब तन खाईयो,
मेरा चुन चुन खाइयों मास,
पर दो नैना मत खाईयो,
मोहे माँ की मिलन की आस।
माँ अपने दिल से भुला तो ना दोगी,
हँसते हुए को माँ रुला तो ना दोगी,
मां अपने दिल से भुला तो ना दोगी।।
नौ महीने गर्भ में रखकर,
हमको जनम माँ देती है,
खुद सोती है गीले में,
सूखे में हमको रखती है,
मां अपने दिल से भुला तो ना दोगी।।
बेटा बेटा कहके पहले,
माँ कहना सिखलाती है,
पकड़ के मेरी उंगली,
फिर चलना मुझे सिखाती है,
मां अपने दिल से भुला तो ना दोगी।।
पढ़ा लिखा कर मुझको माँ,
बी ए पास कराती है,
माँ को भूल ना पाऊं मैं,
ऐसा मुझे सिखाती है,
मां अपने दिल से भुला तो ना दोगी।।
मां अपने दिल से भुला तो ना दोगी,
हँसते हुए को माँ रुला तो ना दोगी,
मां अपने दिल से भुला तो ना दोगी।।
माँ अपने भक्तों को कभी भूलती नहीं, पर क्या हम माँ को हमेशा याद रखते हैं? संसार के मोह में पड़कर, कई बार हम उनके स्नेह को भूल जाते हैं, लेकिन माँ हमें कभी अपने दिल से अलग नहीं करतीं। उनका प्रेम चिरकाल तक बना रहता है। अगर आपको यह भजन पसंद आया, तो अन्य भजन भी पढ़ें, जैसे: “मेरी वैष्णो मैया तेरी महिमा अपरम्पार”, “मेरी आस तू है माँ विश्वास तू है माँ”, “माँ को कभी तुम भूल ना जाना”। इन सभी भजनों में माँ की महिमा और भक्ति की भावना को दर्शाया गया है। जय माता दी!