दे दो ऐसा वर मुझे मैं गाता ही रहूँ माता भक्ति गीत लिरिक्स

भक्ति वह शक्ति है जो हमें ईश्वर के सबसे करीब ले जाती है। जब कोई भक्त माँ के चरणों में समर्पित हो जाता है, तो उसके हृदय में बस एक ही कामना होती है, हर पल माँ की महिमा गाने की। दे दो ऐसा वर मुझे, मैं गाता ही रहूँ भजन इसी अटूट श्रद्धा और प्रेम का प्रतीक है। यह एक भक्त की विनती है कि उसका जीवन माँ की भक्ति में ही बीते और उसकी वाणी सदा माँ की महिमा का गुणगान करे।

De Do Aisa Var Mujhe Mai Gata Hi Rahu Mata Bhakti Geet Lyrics

दे दो ऐसा वर मुझे मैं गाता ही रहूँ,
जिंदगी भर तुझको माँ रिझाता ही रहूँ,
होंठो पे ओ मैया सिर्फ तेरा नाम हो,
दिन हो चाहे रात मैया सुबह शाम हो,
दे दों ऐसा वर मुझे मैं गाता ही रहूँ,
जिंदगी भर तुझको माँ,
रिझाता ही रहूँ।।

तेरी किरपा की माँ जरुरत है,
तू ही ममता की मैया मूरत है,
छांव तेरे आँचल की पाता मैं रहूँ,
कुछ न कुछ मैं भी गुनगुनाता रहूँ,
दे दों ऐसा वर मुझे मैं गाता ही रहूँ,
जिंदगी भर तुझको माँ,
रिझाता ही रहूँ।।

तूने कितनों को मैया तारा है,
मैंने भी माँ तुझे पुकारा है,
तुझको सब पता है मैया,
ज्यादा क्या कहूँ,
तू बुलाती रहना और मैं आता रहूँ,
दे दों ऐसा वर मुझे मैं गाता ही रहूँ,
जिंदगी भर तुझको माँ,
रिझाता ही रहूँ।।

‘राजा’ को माँ तेरा सहारा है,
तेरी किरपा से ही गुजारा है,
साथ रहना इससे ज्यादा,
कुछ भी न कहूँ,
राखे मैया जैसे भी तू वैसे ही रहूँ,
दे दों ऐसा वर मुझे मैं गाता ही रहूँ,
जिंदगी भर तुझको माँ,
रिझाता ही रहूँ।।

दे दो ऐसा वर मुझे मैं गाता ही रहूँ,
जिंदगी भर तुझको माँ रिझाता ही रहूँ,
होंठो पे ओ मैया सिर्फ तेरा नाम हो,
दिन हो चाहे रात मैया सुबह शाम हो,
दे दों ऐसा वर मुझे मैं गाता ही रहूँ,
जिंदगी भर तुझको माँ,
रिझाता ही रहूँ।।

भक्ति का यह मार्ग अनंत है, और माँ की महिमा का वर्णन करना असंभव। लेकिन जब प्रेम सच्चा हो, तो माँ खुद अपने भक्तों को भजन गाने का वरदान देती हैं। अगर यह भजन आपके मन को शांति और भक्ति से भरता है, तो “तेरा ही लाल हूँ मैं, कुछ तो माँ खयाल करो” और “शरण में आ गया मैया, ना खाली हाथ जाऊंगा” जैसे भजन भी आपकी भक्ति को और प्रगाढ़ कर सकते हैं। माँ के चरणों में मन लगाएँ और उनका आशीर्वाद पाते रहें। जय माता दी!

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