माँ की भक्ति में रंग जाने का सुख अनमोल है। जब भक्त सच्चे मन से माँ के चरणों में अपना सब कुछ अर्पित कर देते हैं, तो माँ भी उनकी झोली खुशियों से भर देती हैं। यह भजन माँ की उस असीम कृपा का प्रतीक है, जो अपने भक्तों पर बिना किसी भेदभाव के बरसती रहती है। माँ की चुनरी भी उनकी कृपा का प्रतीक मानी जाती है, और जब भक्त माँ के चरणों में अपनी श्रद्धा से सजी चुनरी अर्पित करते हैं, तो उनका मन सच्ची भक्ति के रंग में रंग जाता है।
Aisi Chunari Tu Rang De O Rangle Maa Ko Odhaun Shish Jhukakar
ऐसी चुनरी तू रंग दे ओ रंगले,
माँ को ओढ़ाऊँ शीश झुकाकर,
तेरे नाम की भी मैं अर्ज करूँगा,
माँ को मनाऊं चुनड़ी उढ़ाकर।।
एक तरफ शंकर जी हो,
संग में हो पारवती जी,
एक तरफ रिद्धि सिद्धि,
संग गणेश जी भी,
देते हो आशीष सभी को,
मूरत ऐसी बनाना,
तू मूरत ऐसी बनाना,
होता नहीं है अब इंतजार,
अच्छी सी चुनरी,
तू देना सजाकर,
माँ को मनाऊं चुनड़ी उढ़ाकर।।
एक तरफ राम जी हो,
संग में हो सीता मैया,
एक तरफ चंवर ढुलाते,
खड़े हो लक्ष्मण भैया,
गदा हाथ में लेकर संग में,
हनुमान को लाना,
तू हनुमान को लाना,
वन में खड़े हो सुन्दर प्राणी,
फल फूलों की डाल की बनाकर,
माँ को मनाऊं चुनड़ी उढ़ाकर।।
एक तरफ कृष्ण कन्हैया,
संग में हो राधा प्यारी,
एक तरफ ग्वाल बाल हो,
एक तरफ गोपियाँ सारी,
हाथ बांसुरी कान्हा के हो,
गव्वे चरती दिखाना,
तू गव्वे चरती दिखाना,
सबके मन को मोहते कन्हैया,
बंसी की प्यारी तान सुनाकर,
माँ को मनाऊं चुनड़ी उढ़ाकर।।
ब्रम्हा विष्णु के संग,
देव बैठे हो सारे,
‘पिंटू’ गुणगान माँ का,
करे लाके जयकारे,
अमन चैन का देते हुए,
पैगाम सभी को दिखाना,
पैगाम सभी को दिखाना,
नर नारी हो बैठे भवन में,
‘डाया’ सुनाए भजन ये गाकर,
माँ को मनाऊं चुनड़ी उढ़ाकर।।
ऐसी चुनरी तू रंग दे ओ रंगले,
माँ को ओढ़ाऊँ शीश झुकाकर,
तेरे नाम की भी मैं अर्ज करूँगा,
माँ को मनाऊं चुनड़ी उढ़ाकर।।
माँ के चरणों में सच्चे मन से सिर झुकाने से हर संकट दूर हो जाता है। माँ की चुनरी अर्पण करना केवल एक परंपरा नहीं, बल्कि माँ के प्रति हमारी अटूट श्रद्धा का प्रतीक है। अगर आपको यह भजन पसंद आया, तो माँ की महिमा से जुड़े अन्य भजन जैसे “लहर लहर लहरा गई रे मेरी माँ की चुनरियाँ”, “चुनरिया मात भवानी की मैंने जयपुर से मंगवाई”, “मैया तुम्हारे चरणों में मिलता है सच्चा सुख” को भी जरूर पढ़ें और माँ की कृपा का अनुभव करें। जय माता दी!

मैं मां दुर्गा की आराधना व पूजा-पाठ में गहरी आस्था रखती हूं। प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जाप करती हूं और मां दुर्गा से जुड़े शक्तिशाली मंत्र, दिव्य आरती, चालीसा एवं अन्य पवित्र धार्मिक सामग्री भक्तों के साथ साझा करती हूं। मेरा उद्देश्य श्रद्धालुओं को सही पूजा विधि सिखाना और उन्हें आध्यात्मिक मार्ग पर प्रेरित कर कृपा प्राप्त करने में सहायक बनना है। View Profile