अम्बे रानी ने अपना समझ कर मुझे भजन लिरिक्स

अम्बे रानी ने अपना समझ कर मुझे एक भक्तिमय भजन है, जिसमें भक्ति और समर्पण की भावना को व्यक्त किया गया है। इस भजन में देवी अम्बे के प्रति श्रद्धा और प्रेम को व्यक्त किया गया है, जो भक्तों के जीवन को संजीवनी शक्ति प्रदान करती हैं। यह भजन उन भक्तों के दिलों में एक विशेष स्थान रखता है, जो माँ अम्बे से आशीर्वाद और सुरक्षा की कामना करते हैं।

Ambe Rani Ne Apna Samajh Kar Mujhe Bhajan Lyrics

अम्बे रानी ने,
अपना समझ कर मुझे,
अपने दर पे बुलाया,
मजा आ गया,
शेरा वाली ने,
अपना समझ कर मुझे,
अपने दर पे बुलाया,
मजा आ गया,
विघ्नहर्ता विनायक ने,
शुभ लाभ को,
माँ की महिमा बताया,
मजा आ गया,
पाप सब धूल गया,
भाग्य ही खुल गया,
चरणों में सिर झुकाया,
मजा आ गया,
अम्बें रानी ने,
अपना समझ कर मुझे,
अपने दर पे बुलाया,
मजा आ गया।।

भैरव खुश हो गए,
ध्यान में खो गए
और हनुमान,
श्री राम जपने लगे,
ब्रम्हा ने व्यास को,
एक नए वेद का,
ज्ञान फिर से कराया,
मजा आ गया,
अम्बें रानी ने,
अपना समझ कर मुझे,
अपने दर पे बुलाया,
मजा आ गया।।

स्तुति माँ की करने,
लगा स्वर्ग में,
देवताओं सहित,
वज्र ‘देवेंद्र’ का,
कृपा ‘कुलदीप’ पर,
करके करुणामयी,
‘गुरु ब्रजमोहन’ पर,
करके करुणामयी,
तूने जो कुछ लिखाया,
मजा आ गया,
अम्बें रानी ने,
अपना समझ कर मुझे,
अपने दर पे बुलाया,
मजा आ गया।।

अम्बे रानी ने,
अपना समझ कर मुझे,
अपने दर पे बुलाया,
मजा आ गया,
शेरा वाली ने,
अपना समझ कर मुझे,
अपने दर पे बुलाया,
मजा आ गया,
विघ्नहर्ता विनायक ने,
शुभ लाभ को,
माँ की महिमा बताया,
मजा आ गया,
पाप सब धूल गया,
भाग्य ही खुल गया,
चरणों में सिर झुकाया,
मजा आ गया,
अम्बें रानी ने,
अपना समझ कर मुझे,
अपने दर पे बुलाया,
मजा आ गया।।

इस भजन में माँ अम्बे के आशीर्वाद और संरक्षण को व्यक्त किया गया है, जो भक्तों के जीवन में आस्था और विश्वास का संचार करती हैं। यदि आपको यह भजन पसंद आया हो, तो “माँ अम्बे के भजन” और “शक्ति की पूजा” के अन्य गीतों का आनंद लें। जय माँ अम्बे!

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