क्या करे इन हाथों का इतने इतने हाथ भजन लिरिक्स

क्या करे इन हाथों का इतने इतने हाथ यह भजन एक भक्ति भाव से भरा गीत है, जो उस समय को व्यक्त करता है जब व्यक्ति अपनी स्थिति से परेशान होता है और माँ से मदद की कामना करता है। यह भजन यह दिखाता है कि भक्ति और प्रार्थना से जीवन में सुख और शांति पाई जा सकती है।

Kya Kare In Hatho Ka Itne Itne Hath Bhajan Lyrics

क्या करे इन हाथों का,
इतने इतने हाथ,
कमसे कम दो सर पे रख दे,
देंगे आशीर्वाद।।

बड़ी सरकार हो मैया,
हजारो हाथ वाली हो,
अगर तक़दीर से मेरे,
तेरे दो हाथ खाली हो,
हाथों को भी काम मिले,
बन जाए मेरी बात,
कमसे कम दो सर पे रख दे,
देंगे आशीर्वाद,
क्या करे इन हाथो का।।

हाथ दो सर पे रखकर माँ,
अगर तुम भूल जाओगी,
फर्क कितना पड़ेगा माँ,
अगर दो कम बताओगी,
दो की गिनती ना करियो,
माँ बाकी के साथ,
कमसे कम दो सर पे रख दे,
देंगे आशीर्वाद,
क्या करे इन हाथो का।।

हजारो हाथ रखवाते,
मगर ये बात काफी है,
ये बेड़ा पार लगाने को,
तेरे दो हाथ काफी है,
बाकी सारे याद रहे,
रहे ना दोनों याद,
कमसे कम दो सर पे रख दे,
देंगे आशीर्वाद,
क्या करे इन हाथो का।।

हाथ माँ रखते ही तेरे,
ये आंसू गिर गिर ना जाए,
कलेजा ममता से तेरा,
अगर माँ भर भर ना जाए,
खिंच लियो बनवारी माँ,
सर से हाथों हाथ,
कमसे कम दो सर पे रख दे,
देंगे आशीर्वाद,
क्या करे इन हाथो का।।

क्या करे इन हाथों का,
इतने इतने हाथ,
कमसे कम दो सर पे रख दे,
देंगे आशीर्वाद।।

यह भजन हमें याद दिलाता है कि जीवन में जब भी कठिनाई आए, तब हमें माँ की शरण में जाना चाहिए, क्योंकि माँ के आशीर्वाद से हर मुश्किल हल हो जाती है। अगर आपको यह भजन पसंद आया हो, तो और भी भक्ति भरे भजन जैसे “सजा दो दर को फूलों से” और “माँ दिल के इतने करीब है तू” भी सुन सकते हैं। जय माता दी!

Leave a comment