मैं आयी ड्योढ़ी में माता रानी भजन लिरिक्स

जब भी भक्त अपने हृदय की गहराइयों से माता रानी को पुकारते हैं, तो वे जरूर उनकी झोली भरती हैं। मैं आयी ड्योढ़ी में माता रानी भजन इसी भक्तिभाव को दर्शाता है। जब कोई श्रद्धालु माँ के दरबार में पहुँचता है, तो उसकी आँखों में श्रद्धा के आँसू होते हैं और दिल में सिर्फ माँ की महिमा गूंजती है। इस भजन के हर शब्द में माँ के प्रति अटूट आस्था झलकती है, जो सुनते ही भक्तों के मन में भक्ति का संचार कर देता है।

Main Aayi Dyodhi Mien Mata Rani Bhajan Lyrics

मैं आयी ड्योढ़ी में माता रानी,
हरो दुःख सारे माता रानी,
हरो दुख सारे माता रानी।।

दीप जलाऊं फूल चढ़ाऊँ,
नवरातों में भोज कराऊँ,
कुमारी बन आये माता रानी,
मै आयी ड्योढ़ी में माता रानी।।

निर्धन को धन बांझ ललना पुकारे,
तेरे नाम के उगें हैं जवारे,
देदो वर कन्या को माता रानी,
मै आयी ड्योढ़ी में माता रानी।।

शारदा रूप है मैहर अंचल,
अमर कर दियो आल्हा इंदल,
जो हारे नही रण में माता रानी,
मै आयी ड्योढ़ी में माता रानी।।

विंध्य वासिनी विंध्याचल में,
वैष्णव रूप रमे कटरा में,
भैरव हने छण में माता रानी,
मै आयी ड्योढ़ी में माता रानी।।

मुम्बा जी का मुखड़ा प्यारा,
कामख्या में रूप है न्यारा,
कटै जहां महिषा माता रानी,
मै आयी ड्योढ़ी में माता रानी।।

कलकत्ते में काली माता,
मीनाक्षी हैं भाग्य विधाता,
पूजै नर ज्ञानी माता रानी,
मै आयी ड्योढ़ी में माता रानी।।

मैं आयी ड्योढ़ी में माता रानी,
हरो दुःख सारे माता रानी,
हरो दुख सारे माता रानी।।

“मैं आयी ड्योढ़ी में माता रानी” भजन केवल एक गीत नहीं, बल्कि भक्ति का सजीव स्वरूप है। जब भी आप जीवन में कठिनाइयों का सामना करें, तो माँ के चरणों में सिर झुकाएँ, क्योंकि वे ही हर दुःख हरने वाली हैं। अगर आपको यह भजन पसंद आया हो, तो “मेरी झोली है खाली शेरावाली” और “शेरोवाली माँ द्वार दया के खोल” जैसे भक्तिमय भजनों को भी जरूर सुनें और माँ की कृपा प्राप्त करें।





Leave a comment