दरश को प्यासे है मैया मेरे नैन भजन लिरिक्स

दरश को प्यासे हैं मैया मेरे नैन भजन माँ के दर्शन की तड़प और भक्तों की भक्ति भावना को दर्शाता है। जब भक्त माँ के दर्शनों के लिए व्याकुल होते हैं, तब उनका हृदय प्रेम और श्रद्धा से भर जाता है। यह भजन माँ की कृपा और उनके अलौकिक सौंदर्य का गुणगान करता है, जिससे भक्तों की आत्मा तृप्त हो जाती है।

Darash Ko Pyase Hai Maiya Mere Nain Bhajan Lyrics

दरश को प्यासे है,
मैया मेरे नैन,
एक झलक दिखलाओ भवानी,
तो आए भक्त को चैन,
दरश को प्यासे हैं,
मैया मेरे नैन।।

लगन लगाकर कब से बैठे,
दर पर तेरे सवाली,
पाप ताप संताप हरो माँ,
अम्बै दुर्गे काली,
और जुदाई ना होती अब,
हम से मैया सहन,
दरश को प्यासे हैं,
मैया मेरे नैन।।

दसों दिशा में तेरा नूर माँ,
नहीं जगह कोई खाली,
श्रृष्टि पालन हार तू ही है,
मैया शेरावाली,
हाथ दया का रख सर पर मां,
बीत जाएं ना रेन,
दरश को प्यासे हैं,
मैया मेरे नैन।।

शिव शक्ति हे आदि भवानी,
मैं तेरा रूप निहारूं,
अष्टभुजी तत्काल आओ मां,
प्रेम से तुम्हें पुकारू,
मेरा जीवन धन्य करो मां,
जो है तेरा ही है देन,
दरश को प्यासे हैं,
मैया मेरे नैन।।

ऋषि देवता और गंधर्व ने,
तेरा ही गुण गाया,
‘सुरेन्द्र सिंह’ भी संगत संग माँ,
शरण तेरी में आया,
पुर्ण इच्छा करने वाली,
मां सुन मेरा भी कहन,
दरश को प्यासे हैं,
मैया मेरे नैन।।

दरश को प्यासे है,
मैया मेरे नैन,
एक झलक दिखलाओ भवानी,
तो आए भक्त को चैन,
दरश को प्यासे हैं,
मैया मेरे नैन।

माँ के दर्शन मात्र से जीवन धन्य हो जाता है। उनकी महिमा अपरंपार है, और जो भक्त सच्चे मन से उन्हें पुकारते हैं, वे कभी खाली हाथ नहीं लौटते। माँ की भक्ति में और भी गहराई से डूबने के लिए “माँ तेरे दरबार झुके सारा संसार” और “सज धज के बैठी मंदिर में भक्तों को मैया हरसावे” जैसे भजनों का पाठ करें। जय माता दी!

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