मैया जी मैं तो आया थारे द्वार जी भजन लिरिक्स

जब भक्त सच्चे मन से माँ के द्वार पर आता है, तो उसकी हर मनोकामना पूरी होती है। मैया जी मैं तो आया थारे द्वार जी भजन इसी भक्ति भाव को दर्शाता है, जहाँ भक्त अपनी सारी चिंताओं को माँ के चरणों में अर्पित कर देता है। यह भजन माँ की असीम कृपा, उनके आशीर्वाद और उनकी ममता का मधुर गुणगान करता है, जिससे हर भक्त का मन श्रद्धा से भर उठता है।

Maiya Ji Main To Aaya Thare Dwar Ji Bhajan Lyrics

मैया जी मैं तो,
आया थारे द्वार जी,
टाबरिया कानि मुल्को तो सही।।

कोई लाया रोली मोली,
कोई मेहंदी घोली,
हाथां माई मेहंदी लो लगवाय जी,
टाबरिया कानि मुल्को तो सही।
मईया जी मैं तो,
आया थारे द्वार जी,
टाबरिया कानि मुल्को तो सही।।

कोई लाया बाली प्यारी,
कोई नथली प्यारी,
कोई लाया चुड़लो थारे ताए जी,
टाबरिया कानि मुल्को तो सही।
मईया जी मैं तो,
आया थारे द्वार जी,
टाबरिया कानि मुल्को तो सही।।

कोई लाया चुनड़ी प्यारी,
लाल सुरंगी न्यारी न्यारी,
ओढ़ो दादी कर सोलह श्रृंगार जी,
टाबरिया कानि मुल्को तो सही।
मईया जी मैं तो,
आया थारे द्वार जी,
टाबरिया कानि मुल्को तो सही।।

एक आसरो म्हाने थारो,
सोया म्हारा भाग्य जगा द्यो,
कर द्यो म्हारो बेड़ो दादी पार जी,
टाबरिया कानि मुल्को तो सही।
मईया जी मैं तो,
आया थारे द्वार जी,
टाबरिया कानि मुल्को तो सही।।

मैया जी मैं तो,
आया थारे द्वार जी,
टाबरिया कानि मुल्को तो सही।।

माँ दुर्गा की भक्ति हमें शक्ति, साहस और संबल प्रदान करती है। माँ के दरबार में जो भी सच्चे मन से आता है, उसे निराशा का सामना नहीं करना पड़ता। इसी भक्ति भाव को महसूस करने के लिए “मेरी माँ खोल दे तू मेरे भी नसीब को”, “माँ का नाम छुपा रखा है” और “सुनले ओ मेरी मैया मुझे तेरा ही सहारा माता” जैसे अन्य भजन भी पढ़ें और माँ की कृपा का अनुभव करें।

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