माँ तेरी रहमत ने तारिया ए जग सारा भजन लिरिक्स

माँ तेरी रहमत ने तारिया ए जग सारा भजन माँ दुर्गा की असीम कृपा और करुणा का अद्भुत वर्णन करता है। इस संसार में कोई भी दुखी या निराश हो सकता है, लेकिन माँ की दया और रहमत से हर कठिनाई दूर हो सकती है। यह भजन हमें याद दिलाता है कि माँ दुर्गा अपने भक्तों की हर पुकार सुनती हैं और उन्हें जीवन के हर संकट से उबारती हैं। जब भक्त सच्चे मन से माँ को पुकारता है, तो उनकी कृपा से पूरा जीवन संवर जाता है।

Maa Teri Rahmat Ne Tariya Aie Jag Sara Bhajan Lyrics

दोहा –
किंझ लिखा मैं तेरी रहमत वारे,
जेहड़ी तू बक्शी हैं माये नी,
मेरा एकला एकला साह भी तेरा,
माँ लख लख शुक्र मनाये नी,
माँ लख लख शुक्र मनाये नी।

माँ तेरी रहमत ने,
तारिया ए जग सारा,
जो श्रद्धा नाल सिमरन करदा,
जो श्रद्धा नाल सिमरन करदा,
होवे पार उतारा,
मां तेरी रहमत ने,
तारिया ए जग सारा।।

धरती गगन पाताल च माये,
तेरी ही है माया,
ऋषि मुनी सिद्ध जोगिया ने भी,
भेद न तेरा पाया,
चन सूरज तारे भी चमकन,
चन सूरज तारे भी चमकन,
लैके नाम सहारा,
मां तेरी रहमत ने,
तारिया ए जग सारा।।

चार युगा विच तेरी ज्योति,
जगमग जगमग जगदी,
दसों दिषावा चानण करदी,
बड़ी प्यारी लगदी,
हर एक मंदिर हर मन अंदर,
हर एक मंदिर हर मन अंदर,
पैंदा है लिश्कारा,
मां तेरी रहमत ने,
तारिया ए जग सारा।।

तेरियां रमझा साडिया समझा,
फर्क है इस विच वाहला,
महिमा लिख लिख धन हो गया,
करमा रोपड़ वाला,
तू भगतां दी वाह फड़ लैंदी,
जद भगतां दी वाह फड़ लैंदी,
देंदी आप सहारा,
मां तेरी रहमत ने,
तारिया ए जग सारा।।

मां तेरी रहमत ने,
तारिया ए जग सारा,
जो श्रद्धा नाल सिमरन करदा,
जो श्रद्धा नाल सिमरन करदा,
होवे पार उतारा,
मां तेरी रहमत ने,
तारिया ए जग सारा।।



माँ दुर्गा की भक्ति में इतना सामर्थ्य है कि उनकी रहमत से असंभव भी संभव हो जाता है। जो कोई सच्चे मन से माँ की शरण में आता है, वह कभी निराश नहीं होता। यह भजन माँ की असीम करुणा और भक्तों के प्रति उनके प्रेम को दर्शाता है। अगर आपको यह भजन भाव-विभोर कर गया, तो “माँ दुर्गा का यह दिव्य भजन” भी अवश्य सुनें, जो भक्तों के हृदय में भक्ति और श्रद्धा का संचार करता है। जय माता दी! ????✨


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