Gale Mien Sarpo Ki Mala Tan Mien Baghambar Chhala Bhajan Lyrics
गले में सर्पो की माला,
तन में बाघम्बर छाला,
देवो में देव महान,
बैठे लगा के बाबा ध्यान,
डम डम डमरू बाजे,
हाथो में त्रिशूल साजे,
पिए भोला भंग तान,
करते है जग का कल्याण।।
प्राणी जो जग से हारे,
आते है इनके द्वारे,
मिलता है पावन दर्शन,
होते है वारे न्यारे,
बम बम की गूंज होती,
लगते बम के जयकारे,
सृष्टि के मालिक है ये,
भक्तो के पालक है ये,
सबसे ऊँची है इनकी शान,
करते है बाबा कल्याण।।
गंगाजल करके अर्पण,
पाता जो शिव का दर्शन,
बिगड़ी किस्मत बन जाती,
करते है किरपा भगवन,
जो भी है इनको ध्याता,
खुशियो से भरता जीवन,
अद्भुत है भेष इनका,
जाने ये भेद दिल का,
इनकी निराली आन बान,
करते है भोला कल्याण।।
श्रद्धा के पुष्प चढ़ाकर,
भावो का दीपक जलाकर,
इनको खुश करलो भक्तो,
सेवा की डोर बढाकर,
‘चोखानी’ बन जा चाकर,
इनकी ही लगन लगाकर,
बाबा है डमरू धारी,
कहते इसको त्रिपुरारी,
शर्मा पे भोला मेहरबान,
करते है भोले कल्याण।।
गले में सर्पो की माला,
तन में बाघम्बर छाला,
देवो में देव महान,
बैठे लगा के बाबा ध्यान,
डम डम डमरू बाजे,
हाथो में त्रिशूल साजे,
पिए भोला भंग तान,
करते है जग का कल्याण।।

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile