सूरज जब पलके खोले मन नमः शिवाय बोले भजन लिरिक्स

सूरज जब पलके खोले मन नमः शिवाय बोले भजन एक सुंदर आध्यात्मिक रचना है जो सुबह के जागने के क्षण में शिव जी के स्मरण और भक्ति को दर्शाता है। इस भजन के माध्यम से हम अपने दिन की शुरुआत शिव नाम के जप से करने की प्रेरणा पाते हैं। मैं इसे आपके साथ साझा कर रहा हूँ ताकि आपकी सुबह शिव जी की कृपा से पूरी हो।

Suraj Jab Palke Khole Man Namah Shivaye Bole Bhajan Lyrics

सूरज जब पलके खोले,
मन नमः शिवाय बोले,
मैं दुनिया से क्यूँ डरूँ,
मेरे रक्षक है शिव भोले,
सूरज जब पलके खोलें,
मन नमः शिवाय बोले।।

ॐ नमः शिवाय बोलो,
ॐ नमः शिवाय,
ॐ नमः शिवाय बोलो,
ॐ नमः शिवाय।

गंगाधरण वो भवभय भंजन,
माटी छुए तो हो जाए चन्दन,
बिल्व की पत्तियों पर वो रीझे,
पल में दुखी को देख पसीजे,
शुद्ध चित्त वालों को झुलाता,
आनंद मय हिंडोले,
सुरज जब पलके खोले,
मन नमः शिवाय बोले।।

ॐ नमः शिवाय बोलो,
ॐ नमः शिवाय,
ॐ नमः शिवाय बोलो,
ॐ नमः शिवाय।

मिलता उन्ही से हमें धन वैभव,
करते असम्भव को वो सम्भव,
जग में कोई जब हँसता रोता,
शिव की इच्छा से सब होता,
जिसे देखनी हो शिव लीला,
शिव का दीवाना होले,
सुरज जब पलके खोले,
मन नमः शिवाय बोले।

ॐ नमः शिवाय बोलो,
ॐ नमः शिवाय,
ॐ नमः शिवाय बोलो,
ॐ नमः शिवाय।

शम्भू कवच बन जाते जिनका,
बाल भी बांका होए ना उनका,
चाहे कष्टों की चले नित आंधी,
आंच कभी ना उन पर आती,
शिव उनकी हर विपदा हरते,
कभी शीघ्र कभी होले,
सुरज जब पलके खोले,
मन नमः शिवाय बोले।।

ॐ नमः शिवाय बोलो,
ॐ नमः शिवाय,
ॐ नमः शिवाय बोलो,
ॐ नमः शिवाय।

सूरज जब पलके खोले,
मन नमः शिवाय बोले,
मैं दुनिया से क्यूँ डरूँ,
मेरे रक्षक है शिव भोले,
सूरज जब पलके खोलें,
मन नमः शिवाय बोले।।

सूरज जब पलके खोले मन नमः शिवाय बोले भजन में शिव जी के स्मरण की मधुरता है, जो हमारे हृदय को शांति और ऊर्जा से भर देती है। ऐसे भजनों को पढ़ना और करना जीवन को शिव के प्रति सच्ची भक्ति से परिपूर्ण करता है। आप “काल की विकराल की करो रे मंगल आरती मृत्युंजय महाकाल की”, “शिव डमरू वाले को दिल से ना भुलाना तू”, “भोले के साथ पिले मचले जो दिल दीवाना”, और “तुम्हारा ही सहारा है डमरू वाले तू अपना ले” जैसे अन्य शिव भजनों को भी जरूर पढ़ें और शिव भक्ति में लीन हो जाएं।

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