तेरे साथ रहना मुश्किल हो गया है मेरा भोले भजन लिरिक्स

तेरे साथ रहना मुश्किल हो गया है मेरा भोले इस भजन में भक्त अपने दिल की गहरी बात भगवान शिव से करता है, जिसमें वह इस संसार के कठिनाईयों के बीच शिव जी से अपनी शरण में आने की प्रार्थना करता है। यह भजन उन भावनाओं का प्रतीक है, जब कोई भक्त भगवान शिव से गहरी चाहत और प्रेम में इस कदर बंध जाता है कि उसे उनका साथ न मिलने पर जीवन कठिन लगने लगता है।

Tere Sath Rahna Muskil Ho Gaya Hai Mera Bhole Bhajan Lyrics

तेरे साथ रहना मुश्किल,
तेरे साथ रहना मुश्किल,
हो गया है मेरा भोले,
हो गया है मेरा तुझको,
जाऊँ छोड़ के,
तू पीना भांग छोड़ दे,
तू पीना भांग छोड़ दे,
तू पीना भांग छोड़ दे।।

चरणों में बैठी रहूंगी,
तेरी सेवा करुँगी,
तुझको जो अच्छा लागे,
वो ही मैं काम करूंगी,
मान ओ भोले देख ओ भोले,
मान ओ भोले देख ओ भोले,
तेरी मेरी खूब पटेगी,
तेरी मेरी खूब पटेगी,
जिद छोड़ दे तू वर्ना,
जाऊँ छोड़ के हां,
वर्ना जाऊँ छोड़ के,
तू पीना भांग छोड़ दे,
तू पीना भांग छोड़ दे,
तू पीना भांग छोड़ दे।।

गौरा की बाते सुनकर,
गौरा की बाते सुनकर,
भोले का तन मन डोला,
तू क्या जाती है जाऊँ,
मैं हि उठाकर झोला,
बस्ती छोड़ू नगरी छोड़ू,
भांग मिले तो सबकुछ छोड़ू,
बावरी ना जाने भंगिया,
बावरी ना जाने भंगिया,
ध्यान है लगाती मेरा,
ध्यान ये लगाए ऐसे,
जा ना छोड़ के,
तू पीना भांग छोड़ दे,
तू पीना भांग छोड़ दे,
तू पीना भांग छोड़ दे।।

नारद तभी आए वहां पे,
नारद तभी आए वहां पे,
भगवन बताओ ये क्या लीला,
झगड़ा है क्या मुँह को फुलाए,
मैया बैठी है क्या ये लीला,
घर में झगड़ा किसके ना होता,
ब्याह करे जो हरदम रोता,
‘लहरी’ ये जीवन का हिस्सा,
‘लहरी’ ये जीवन का हिस्सा,
मुख मोड़ के ना जाना,
मुख मोड़ के ना जाना,
ऐसे छोड़ के,
तू पीना भांग छोड़ दे,
तू पीना भांग छोड़ दे,
तू पीना भांग छोड़ दे।।

तेरे साथ रहना मुश्किल,
तेरे साथ रहना मुश्किल,
हो गया है मेरा भोले,
हो गया है मेरा तुझको,
जाऊँ छोड़ के,
तू पीना भांग छोड़ दे,
तू पीना भांग छोड़ दे,
तू पीना भांग छोड़ दे।।

“तेरे साथ रहना मुश्किल हो गया है मेरा भोले” जैसे भजन भक्त की आत्मीयता और भगवान शिव के प्रति गहरी भावनाओं को उजागर करते हैं। यह भजन हमारे मन और आत्मा को उस दिव्य प्रेम से जोड़ता है, जो शिव जी हमें हर क्षण प्रदान करते हैं। यदि यह भजन आपके मन को छूता है, तो आप “दया करो भोलेनाथ दिन पे दया करो”, “नंदी की करके सवारी डमरू वाला रे”, “पारवती शिवजी से बोली नीलकंठ योगेश्वर”, और “भोले बाबा का रूप निराला” जैसे अन्य शिव भजनों को भी अवश्य पढ़ें और शिव जी की भक्ति में अपनी श्रद्धा को और भी गहरा करें।

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