घर में पधारो भोले बाबा मेरे घर में पधारो भजन लिरिक्स

आज हम जिस भावपूर्ण भजन की बात करेंगे, वह है घर में पधारो भोले बाबा मेरे घर में पधारो इस भजन में एक भक्त की हृदय से निकली पुकार है, जो भगवान शिव से निवेदन करता है कि वे उसके घर में पधारें और अपने दिव्य चरणों से घर को पावन करें। यह भजन न केवल श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि उसमें छिपा प्रेम, समर्पण और शिव जी के प्रति अटूट आस्था भी स्पष्ट रूप से झलकती है।

Ghar Mien Padharo Bhole Baba Mere Ghar Mien Padharo Bhajan lyrics

घर में पधारो भोले बाबा,
मेरे घर में पधारो,
कष्ट निवारो भोले बाबा,
मेरे घर में पधारो,
घर मे पधारो भोले बाबा,
मेरे घर में पधारो।।

शीश नवाऊ तुमको बुलाऊ,
शीश नवाऊ तुमको बुलाऊ,
सब दुःख टारो भोले बाबा,
मेरे घर में पधारो,
घर मे पधारो भोले बाबा,
मेरे घर में पधारो।।

गुण तेरे गाउँ दया ना भुलाऊ,
गुण तेरे गाउँ दया ना भुलाऊ,
भाग्य सवारों भोले बाबा,
मेरे घर में पधारो,
घर मे पधारो भोले बाबा,
मेरे घर में पधारो।।

तुम को ही ध्याऊँ मन में बसाऊं,
तुम को ही ध्याऊँ मन में बसाऊं,
पार उतारो भोले बाबा,
मेरे घर में पधारो,
घर मे पधारो भोले बाबा,
मेरे घर में पधारो।।

दुःख ले जाओ सुख दे जाओ,
विनती स्वीकारो भोले बाबा,
मेरे घर में पधारो,
घर मे पधारो भोले बाबा,
मेरे घर में पधारो।।

घर में पधारो भोले बाबा,
मेरे घर में पधारो,
कष्ट निवारो भोले बाबा,
मेरे घर में पधारो,
घर मे पधारो भोले बाबा,
मेरे घर में पधारो।।

“घर में पधारो भोले बाबा मेरे घर में पधारो” जैसे भजन हमें शिव जी के प्रति पूर्ण समर्पण और प्रेम भाव सिखाते हैं। भोलेनाथ जब किसी भक्त के घर में पधारते हैं, तो वह घर नहीं बल्कि तीर्थ बन जाता है। ऐसे भजनों को पढ़ने और करने से घर-परिवार में शांति, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। यदि यह भजन आपके हृदय को छू गया हो, तो आप “शीश गंगा गले नाग काला दूल्हा बनके चला डमरू वाला”, “भोले के गले में काला नाग डोले”, “भोले को कैसे मैं मनाऊं रे”, और “जय हो शिव भोला भंडारी” जैसे अन्य शिव भजनों को भी अवश्य पढ़ें और शिव जी की भक्ति में डूब जाएं।

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