नगर में जोगी आया प्रकाश माली यह भजन भगवान शिव के भक्तों के प्रति सच्चे समर्पण और भक्ति को दर्शाता है, जिसमें शिव जी के भक्त अपने जीवन में उनके दिव्य प्रकाश का अनुभव करते हैं। इस भजन में जोगी के रूप में भगवान शिव का दर्शन होता है, जो नगर में आए हैं और उनके प्रकाश से संपूर्ण वातावरण रोशन हो जाता है। इस भजन के माध्यम से हम भगवान शिव की उपस्थिति और उनकी कृपा का अनुभव कर सकते हैं।
Nagar Mien Jogi Aaya Prakash Mali Bhajan Lyrics
श्लोक-
ऊँचे ऊँचे मंदिर तेरे भोलेनाथ,
ऊँचा है तेरा धाम,
ओ कैलाश वाले,
ओ परशुराम वाले भोलेबाबा,
हम सब करते है तुझे प्रणाम।
अजब है तेरी माया,
भेद कोई समझ नही पाया,
अजब का खेल रचाया,
नगर में जोगी आया,
सबसे बड़ा है तेरा नाम,
भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ,
भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ।।
अंग भभूत गले बिन्दमाला,
शेष नाग लिप्टायो,
माथे तिलक भाल चन्द्रमा,
घर घर अलख जगायो
अजब है तेरी माया,
भेद कोई समझ नही पाया,
अजब का खेल रचाया,
नगर मे जोगी आया,
सबसे बड़ा है तेरा नाम,
भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ,
भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ।।
ले भिक्षा निकली नंन्दरानी,
कंचन थाल सजायौ,
ले भिक्षा ने जाओ जोगी,
मेरो लाल डरायो।
अजब है तेरी माया,
भेद कोई समझ नही पाया,
अजब का खेल रचाया,
नगर मे जोगी आया,
सबसे बड़ा है तेरा नाम,
भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ,
भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ।।
ना चाहिए तेरी दौलत दुनिया,
ना ही कंचन माया,
अपने लाल का दरश करा दे,
मै दर्शन को आया
अजब है तेरी माया,
भेद कोई समझ नही पाया,
अजब का खेल रचाया,
नगर मे जोगी आया,
सबसे बड़ा है तेरा नाम,
भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ,
भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ।।
तीन लोक का कर्ता धर्ता,
तेरी गोद में आया,
सूरदास बलिहारी कन्हैया,
यशोमति गोद खिलाया।
अजब है तेरी माया,
भेद कोई समझ नही पाया,
अजब का खेल रचाया,
नगर मे जोगी आया,
सबसे बड़ा है तेरा नाम,
भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ,
भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ।।
“नगर में जोगी आया प्रकाश माली” जैसे भजन हमें भगवान शिव के रूप में उनके भक्तों के प्रति उनके सच्चे प्रेम और आशीर्वाद का अहसास कराते हैं। शिव जी का भव्य रूप और उनका दिव्य प्रकाश हमें जीवन में नयी दिशा और ऊर्जा प्रदान करते हैं। अगर आप इस भजन के माध्यम से शिव जी की महिमा को महसूस कर रहे हैं, तो आप “ॐ नमः शिवाय” या “शिव तांडव स्तोत्र” जैसे अन्य भजनों को भी पढ़ें और शिव जी की भक्ति में और गहरे उतरें। शिव जी के भजन हमारे जीवन को शांति, शक्ति और आशीर्वाद से भर देते हैं।

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile