शिव शंकर चले कैलाश नगाड़े बजने लगे यह भजन भगवान शिव के कैलाश पर्वत की ओर यात्रा और वहां के नगाड़े की गूंज को दर्शाता है, जो शिव जी के तांडव और उनके शक्तिशाली रूप की प्रतीक है। इस भजन में शिव शंकर के महाकाल रूप का बखान किया गया है, जिसमें नगाड़े की आवाज से समस्त सृष्टि का कंपन हो जाता है।
Shiv Shankar Chale Kailash Nagade Bajane Lage Bhajan Lyrics
शिव शंकर चले कैलाश,
नगाड़े बजने लगे,
बजने लगे हां बजने लगे,
बजने लगे बजने लगे,
भक्तो गूंज रहा आकाश,
नगाड़े बजने लगे,
शिव शंकर चलें कैलाश,
नगाड़े बजने लगे।।
बैल की करके सवारी,
देखो चले बाबा त्रिपुरारी,
संग चली है गौरा मात,
नगाड़े बजने लगे,
शिव शंकर चलें कैलाश,
नगाड़े बजने लगे।।
फूल बरसाए देवता सारे,
मुनिजन सब महादेव पुकारे,
उनकी लीला का हुआ प्रकाश,
नगाड़े बजने लगे,
शिव शंकर चलें कैलाश,
नगाड़े बजने लगे।।
डमरू नाद और शंख गूंजा रे,
मृत्युलोक में शम्भू पधारे,
सब भक्त लगाए आस,
नगाड़े बजने लगे,
शिव शंकर चलें कैलाश,
नगाड़े बजने लगे।।
कहे ‘धीरान’ है शिव अविनाशी,
अँखियाँ है दर्शन की प्यासी,
मैं तो तेरे चरण का दास,
एक तुम अपने लगे,
शिव शंकर चलें कैलाश,
नगाड़े बजने लगे।।
शिव शंकर चले कैलाश,
नगाड़े बजने लगे,
बजने लगे हां बजने लगे,
बजने लगे बजने लगे,
भक्तो गूंज रहा आकाश,
नगाड़े बजने लगे,
शिव शंकर चलें कैलाश,
नगाड़े बजने लगे।।
“शिव शंकर चले कैलाश नगाड़े बजने लगे” जैसे भजन हमें भगवान शिव के तांडव रूप और उनकी शक्ति का अहसास कराते हैं। शिव जी के नगाड़े की आवाज में संपूर्ण ब्रह्मांड की शक्ति और संहार का संकेत है। अगर आप इस भजन के माध्यम से शिव जी की महिमा को महसूस कर रहे हैं, तो आप “ॐ नमः शिवाय” या “शिव तांडव स्तोत्र” जैसे अन्य भजनों को भी जरूर पढ़ें और शिव जी की भक्ति में गहरे उतरें। शिव जी के भजन हमारे जीवन में शक्ति, शांति और दिव्यता का संचार करते हैं।

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile