आदियोगी दूर उस आकाश की गहराइयों में एक गहरे और आध्यात्मिक विचारों से भरा शिव भजन है, जो भगवान शिव के आदियोगी रूप की महिमा का गुणगान करता है। इस भजन में भगवान शिव के ध्यान और साधना की गहराई को व्यक्त किया गया है, जहाँ शिवजी का स्वरूप आकाश की गहराई में समाहित है। जब हम इस भजन को पढ़ते हैं, तो हमें यह अनुभव होता है कि शिव के ध्यान में डूबकर हम आत्मज्ञान और सच्ची शांति प्राप्त कर सकते हैं।
Aadiyogi Door Uss Aakash Ki Gahraiyon Me Lyrics
आदियोगी,
दूर उस आकाश की गहराइयों में,
इक नदी से बह रहे हैं आदियोगी,
शून्य सन्नाटे टपकते जा रहे हैं,
मौन से सब कह रहे हैं आदीयोगी,
योग के इस स्पर्श से अब,
योगमय करना है तन मन,
सांस शाश्वत सनन सननन,
प्राण गुंजन घनन घननन,
उतरे मुझ में आदियोगी,
योग धारा छलक छनछन,
सांस शाश्वत सनन सननन,
प्राण गुंजन घनन घननन,
उतरे मुझ में आदीयोगी,
उतरे मुझ में आदीयोगी।।
पीस दो अस्तित्व मेरा,
और कर दो चूरा चूरा,
पूर्ण होने दो मुझे और,
होने दो अब पूरा पूरा,
भस्म वाली रस्म कर दो आदीयोगी,
योग उत्सव रंग भर दो आदीयोगी,
बज उठे ये मन सितारी,
झनन झननन झनन झननन,
सांस शाश्वत सनन सननन,
प्राण गुंजन घनन घननन,
सांस शाश्वत सनन, सननन,
प्राण गुंजन घनन घननन,
उतरे मुझ में आदियोगी,
योग धारा छलक छनछन,
सांस शाश्वत सनन सननन,
प्राण गुंजन घनन घननन,
उतरे मुझ में आदीयोगी,
उतरे मुझ में आदीयोगी।।
गायक – कैलाश खेर जी।
लेखक – प्रसून जोशी जी।
प्रेषक – अजय प्रजापत जी।
“आदियोगी दूर उस आकाश की गहराइयों में” जैसा भजन भगवान शिव के उस दिव्य रूप को सामने लाता है, जो साधना और आत्मिक गहराई का प्रतीक है। इस भजन से हमें यह सिखने को मिलता है कि भगवान शिव का ज्ञान अनंत और अतुलनीय है, जो हमें जीवन के प्रत्येक पहलू को समझने की शक्ति देता है। शिवजी के अन्य प्रेरणादायक भजनों जैसे “शिव जी का नाम सुबह शाम भक्तो रटते रहना”, “यही वो तंत्र है यही वो मंत्र है”, “आजा कलयुग में लेके अवतार ओ भोले”, और “निराले शम्भु को बिगड़ी बना देना भी आता है” को भी जरूर पढ़ें। इन भजनों के माध्यम से हम भगवान शिव की अद्वितीय शक्ति और भक्ति की गहराई में खो सकते हैं।

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile