बता मेरे शंकर भोले हो या दुनिया कैसी बनाई लिरिक्स

बता मेरे शंकर भोले हो या दुनिया कैसी बनाई एक भावनात्मक और चिंतनशील शिव भजन है, जो एक भक्त की आंतरिक व्यथा और प्रश्नों को भगवान भोलेनाथ के चरणों में रखता है। इस भजन में भक्त शिवजी से पूछता है कि क्या वे सच में भोले हैं, या फिर दुनिया ही कुछ ऐसी है जिसे समझ पाना कठिन है। जब हम इस भजन को पढ़ते हैं, तो हमें आत्मनिरीक्षण और शिव से आत्मिक जुड़ाव का अनुभव होता है।

Bata Mere Shankar Bhole Ho Ya Duniya Kaisi Banai Lyrics

बता मेरे शंकर भोले हो,
या दुनिया कैसी बनाई।।

आपस के में प्यार रहा ना,
बेसरमी में रही दया ना,
ये हो गये दिल काले हो,
या दुनिया कैसी रचाई,
बता मेरे शंकर भोले हों,
या दुनिया कैसी बनाई।।

माँ बाप के होय बटवारे,
झूठे हो गए रिश्ते सारे,
प्यारे साली साले हो,
रिश्तों की कदर घटाई,
बता मेरे शंकर भोले हों,
या दुनिया कैसी बनाई।।

इज्जत रुल गई बेटी बहन की,
मुश्किल हो गई घर ते जाण की,
दरिन्दे होय रुखाले हो,
ना करता कोई सुनाई,
बता मेरे शंकर भोले हों,
या दुनिया कैसी बनाई।।

‘अनिल धनोरी’ कहन पुगा दे,
धरती माँ के पाप मिटा दे,
‘आशु धाकल’ आले ने,
भोले की महिमा गाई,
बता मेरे शंकर भोले हों,
या दुनिया कैसी बनाई।।

बता मेरे शंकर भोले हो,
या दुनिया कैसी बनाई।।

“बता मेरे शंकर भोले हो या दुनिया कैसी बनाई” जैसे भजन हमें शिवजी से संवाद की भावना प्रदान करते हैं, जहाँ हम अपने जीवन के सवाल उनके सामने रखते हैं। यह शिव भक्ति की वह अवस्था है जहाँ केवल आडंबर नहीं, बल्कि एक सच्चे हृदय से की गई पुकार होती है। ऐसे ही भावपूर्ण भजनों जैसे “निराले शम्भु को बिगड़ी बना देना भी आता है”, “खोलो समाधी भोले शंकर मुझे दरश दिखाओ”, “कितना रोई पार्वती शिवनाथ के लिए”, और “शिव सन्यासी से मरघट वासी से मैया करूँगी मैं तो ब्याह” को भी अवश्य पढ़ें। ये सभी भजन शिवजी की गहराई, उनकी भक्ति और करुणा की झलक से भरे हुए हैं, जो भक्त को आध्यात्मिक संतुलन प्रदान करते हैं।

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