भोले बाबा की शादी का है त्योहार जी एक अत्यंत खुशी और उल्लास से भरा हुआ शिव भजन है, जो महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह के उत्सव को दर्शाता है। इस भजन में भगवान शिव और माता पार्वती के मिलन की खुशी को मनाया जाता है, जब दोनों के अटूट प्रेम और संबंधों का उत्सव पूरे ब्रह्मांड में मनाया जाता है। जब हम इस भजन को गाते या पढ़ते हैं, तो हम भगवान शिव और माता पार्वती के प्रेम के दिव्य रंग में रंग जाते हैं।
Bhole Baba Ki Shadi Ka Hai Tyohar Ji Shivratri Bhajan Lyrics
दोहा-
भूतो और प्रेतों का मेला,
है कैलाश पे लागा,
दूल्हा बनने आज चले है,
मेरे भोले बाबा।
नंदी बैल पे आ बैठे है,
पी के भांग का प्याला,
पार्वती के द्वार चले है,
रूप बना मतवाला।
आओ आओ सर्पो की माला लाओ,
कोई तन पे भस्म रमाओ,
करो भोलो को तैयार जी,
भोले बाबा की शादी का,
है त्योहार जी।।
सर्पो का सेहरा और,
बिच्छू के कुंडल,
नाग गले के हार बने,
भांग धतूरे का,
पी कर के प्याला,
नंदी बैल पे आ बैठे,
तन पे ओढ़ी है मृगछाला,
अद्भुत रूप निराला,
नंदी भृंगी झमा झम नाचे,
नगाड़े है बाजे,
बाराती है तैयार जी,
भोलें बाबा की शादी का,
है त्योहार जी।।
शूकर शनीचर,
संग भूतो का रेला,
ब्याह में देखो जाएँगे,
पर्वत राज के द्वारे में जाकर,
सब उत्पात मचाएँगे,
बिन हाथो के बिन पैरो के,
कैसे है बाराती,
बिना सर के कोई बिना धड़ के,
सब चलते अकड़ के,
सब नाचन को तैयार जी,
भोलें बाबा की शादी का,
है त्योहार जी।।
पार्वती के द्वारे पे पहुंचे,
मैना रानी घबराई,
मारे डर के बेसूध हुई वो,
सखिया सारी चिल्लाई,
पार्वती के पास में जाके,
सगरी बात बताई,
है ये सारी मेरे शिव की माया,
भोले ने खेल रचाया,
लीला है लीलाधार की,
भोलें बाबा की शादी का,
है त्योहार जी।।
आओ आओ सर्पो की माला लाओ,
कोई तन पे भस्म रमाओ,
करो भोलो को तैयार जी,
भोले बाबा की शादी का,
है त्योहार जी।।
“भोले बाबा की शादी का है त्योहार जी” जैसे भजन महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर भगवान शिव और माता पार्वती के मिलन को महिमामंडित करते हैं। भगवान शिव के अन्य भजनों जैसे “शिव तांडव स्त्रोत,” “ॐ नमः शिवाय,” और “भोलेनाथ की आरती” को पढ़ने से हमें शिवजी और माता पार्वती की उपासना में और भी समर्पण मिलता है। इन भजनों के माध्यम से हम भगवान शिव की कृपा और आशीर्वाद का अनुभव करते हैं, जो हमें जीवन में शांति और समृद्धि की दिशा में मार्गदर्शन करता है।

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile