हर ग्यारस ने चलके जो खाटू आवेगा यह भजन खाटू श्याम जी के प्रति अडिग विश्वास और भक्ति का प्रतीक है। हर ग्यारस, जो विशेष रूप से खाटू श्याम के भक्तों के लिए एक पवित्र दिन माना जाता है, उस दिन भक्त श्याम के दर्शन के लिए खाटू धाम पहुंचने की अभिलाषा रखते हैं। यह भजन भक्तों को खाटू की ओर मार्गदर्शन करता है और उनके जीवन में शांति और सुख की प्राप्ति का आह्वान करता है।
Har Gyaras Ne Chalke Jo Khatu Aavega
हर ग्यारस ने चलके,
जो खाटू आवेगा,
अरे लिख के लेलो जब तक जीवे,
मौज उड़ावेगा।।
बैठ के खाटू नगरी में,
खेल सब खेल रया सै वो,
वो म्हारे कर्मा का लेखा,
उने ते देख रया से वो,
नाच नाच के जो भी,
बाबा ने रिझावेगा,
अरे लिख के लेलो जब तक जीवे,
मौज उड़ावेगा।।
बड़े किस्मत वाले है वो,
जो चल कीर्तन में आते है,
श्याम की चौखट पे आके,
मुरादें मन की पाते है,
बाबा की सेवा में जो,
दिन रात बितावेगा,
अरे लिख के लेलो जब तक जीवे,
मौज उड़ावेगा।।
मैं भी इस बार फागण में,
श्याम मेले में जाऊँगा,
ध्वजा हाथो में लेकर मैं,
संग परिवार आऊंगा,
‘नाथ’ भी बाबा भगता के,
संग नाचे गावेगा,
अरे लिख के लेलो जब तक जीवे,
मौज उड़ावेगा।।
हर ग्यारस ने चलके,
जो खाटू आवेगा,
अरे लिख के लेलो जब तक जीवे,
मौज उड़ावेगा।।
हर ग्यारस ने चलके जो खाटू आवेगा भजन श्याम बाबा के भक्तों के लिए एक प्रेरणा है कि वे हर ग्यारस के दिन खाटू धाम जाएं और श्याम के दर्शन कर उनके आशीर्वाद से जीवन में खुशहाली और संतोष प्राप्त करें। यह भजन श्रद्धा और विश्वास की शक्ति को उजागर करता है और श्याम बाबा के धाम के प्रति भक्तों के अडिग प्रेम और समर्पण को बढ़ावा देता है। इसके माध्यम से अन्य भजनों जैसे “श्याम धणी की कृपा से सब अच्छा ही अच्छा होएगा” और “खाटू वाले श्याम की मुझ पे किरपा है अपार” से भी भक्तों को श्याम के अनंत आशीर्वाद की ओर उन्मुख किया जाता है। जय श्री श्याम!