खाटू श्याम जी की महिमा अपरंपार है। जब बाबा का बुलावा आता है, तो भक्त स्वयं खाटू धाम की ओर खिंचे चले जाते हैं। खाटू बुलाए खाटू का श्याम भजन में इसी दिव्य प्रेम और आस्था की अनुभूति होती है। यह भजन हमें बाबा श्याम के चरणों में समर्पण का मार्ग दिखाता है और उनकी कृपा को अनुभव करने का अवसर देता है।
Khatu Bulaye Khatu Ka Shyam
हारे का सहारा मेरा,
खाटू श्याम वाला,
ले के निशान,
चले बाबा के धाम,
खाटू बुलाये,
खाटू का श्याम।।
तीन बाण धारी,
नीले की सवारी,
बोले ना कुछ वी,
सुनता है सारी,
सब से ऊंचा,
खाटू का नाम,
खाटू बुलाए,
खाटू का श्याम।।
शीश का दानी,
जिस की कहानी,
देता है लाभ बाबा,
देता ना हानी,
भगतो पे भीड़ कभी,
देता नहीं आण,
खाटू बुलाए,
खाटू का श्याम।।
अरे लखदातार,
बाबा का प्यार,
मिलता है जिसको,
नईआ है पार,
श्याम धनी सबके,
करता है काम,
खाटू बुलाए,
खाटू का श्याम।।
भगत जसपाल,
गांऊ जनाल,
बाबा की उस पे,
है कृपा कमाल,
कीर्तन कराऐ वो,
बाबा के नाम,
खाटू बुलाए,
खाटू का श्याम।।
हारे का सहारा मेरा,
खाटू श्याम वाला,
ले के निशान,
चले बाबा के धाम,
खाटू बुलाये,
खाटू का श्याम।।
खाटू श्याम जी अपने भक्तों की पुकार अवश्य सुनते हैं और उन्हें अपने धाम में बुलाकर कष्ट हरते हैं। अगर यह भजन आपके मन को छू गया, तो “चलो खाटू जी दरबार श्याम की बोल के जय जयकार”, “हर ग्यारस को बाबा तेरे धाम आऊँगा”, “बाबा को ढूंढता हूँ खाटू की हर गली में”, और “मेरे श्याम का उत्सव है भक्तो तुम्हें आना है” जैसे अन्य भजनों को भी अवश्य पढ़ें। जय श्री श्याम!