भक्ति का सच्चा रस तब मिलता है जब भक्त और भगवान के बीच एक आत्मीय संबंध स्थापित हो जाता है। मुझको मेरा श्याम रिझाना आ जाए भजन हमें यह सिखाता है कि प्रेम और श्रद्धा से भरी भक्ति से हम अपने सांवरे श्याम को प्रसन्न कर सकते हैं। जब भक्ति में समर्पण और प्रेम होता है, तो बाबा श्याम स्वयं हमारे जीवन में कृपा बरसाते हैं। आइए, इस भावपूर्ण भजन को पढ़ें और श्याम प्रेम में डूब जाएं।
Mujhko Mera Shyam Rijhana Aa Jaye
मुझको तो बस,
इतना सा गाना आ जाए,
मुझको मेरा श्याम,
रिझाना आ जाए,
मुझको तो बस,
इतना सा गाना आ जाए।।
तेरे आगे जी भर के मैं रो लूंगा,
तेरे आगे जी भर के मैं रो लूंगा,
जग के आगे मुस्कुराना,
आ जाए,
जग के आगे मुस्कुराना,
आ जाए,
मुझको तो बस,
इतना सा गाना आ जाए।
नहीं करना है,
शोर जमाने में मुझको,
नहीं करना है,
शोर जमाने में मुझको,
दिल की बातें,
तुमको सुनाना आ जाए,
दिल की बातें,
तुमको सुनाना आ जाए,
मुझको तो बस,
इतना सा गाना आ जाए।।
जैसे तुमने मेरी खताओं,
को बिसराया,
जैसे तुमने मेरी खताओं,
को बिसराया,
मुझको भी सबके दोष,
भुलाना आ जाए,
मुझको भी सबके दोष,
भुलाना आ जाए,
मुझको तो बस,
इतना सा गाना आ जाए।।
मुझको तो बस,
इतना सा गाना आ जाए,
मुझको मेरा श्याम,
रिझाना आ जाए,
मुझको तो बस,
इतना सा गाना आ जाए।।
श्याम को रिझाने के लिए हमें सच्चे मन से उनकी भक्ति करनी होगी। जब प्रेम और विश्वास की डोरी मजबूत होती है, तब बाबा अपने भक्तों की हर पुकार सुनते हैं। यदि आप इस दिव्य प्रेम का और अधिक अनुभव करना चाहते हैं, तो “जब दर पे श्याम बुलाने लगे”, “मेरे श्याम का होके खाटू में जो भी आता है”, “बस श्याम चाहिए भजन लिरिक्स”, और “दरवाजे पे बाबा जय श्री श्याम लिख दिया” जैसे भजनों को भी जरूर पढ़ें। जय श्री श्याम!