देखो चामुंडा नाच रही ताल में भजन लिरिक्स

“देखो चामुंडा नाच रही ताल में” भजन में भक्त माँ चामुंडा के अद्भुत रूप और शक्ति का बखान करता है। इस भजन के माध्यम से भक्त महसूस करता है कि माँ चामुंडा, जो शakti और रौद्र रूप की देवी हैं, न केवल संसार के सृजन की ताकत रखती हैं, बल्कि अपने भक्तों की रक्षा भी करती हैं। भजन में यह संदेश दिया जाता है कि माँ के नृत्य में संपूर्ण ब्रह्मांड की शक्तियों का संचार होता है, और उनका हर कदम, हर ताल भक्तों के लिए आशीर्वाद और शक्ति का प्रतीक बनता है।

Dekho Chamunda Nach Rahi Tala Me

नेत्र अग्नि पुंज ज्वाल,
कर रही तांडव कराल,
त्राहि-त्राहि दानवों की चाल में,
देखो चामुंडा नाच रही ताल में,
देखो चामुंडा नाच रही ताल मे।।

खप्पर त्रिशूल रखें,
भैरवी विपुल रखें,
मस्तक पर चंद्रमा है,
नागिन से केश रखें,
लटक रही अरी मुंडमाल में,
देखो चामुंडा नाच रही ताल मे।।

खडकी से मार रही,
पैरों से रोन्ध रही,
जो काले केशो में,
दामिनी सी कोध रही,
जीभ लभलभाति फिरे ज्वाल में,
देखो चामुंडा नाच रही ताल मे।।

भक्तों की खातिर माँ,
धरती पर आती रही,
दुष्टों को मार के,
हमको बचाती रही,
मंत्री भी नाचे लाई ताल में,
देखो चामुंडा नाच रही ताल मे।।

नेत्र अग्नि पुंज ज्वाल,
कर रही तांडव कराल,
त्राहि-त्राहि दानवों की चाल में,
देखो चामुंडा नाच रही ताल में,
देखो चामुंडा नाच रही ताल मे।।

गायक – द्वारका मंत्री।
देवास मध्य प्रदेश 94250 47895
लेखक – पूज्य गुरुदेव सुरेश जी शांडिल्य।
शांडिल्य आश्रम भोपाल।

माँ चामुंडा की उपस्थिति से ही जीवन में ऊर्जा और साहस का संचार होता है, और उनके आशीर्वाद से भक्तों को हर मुश्किल से उबरने की शक्ति मिलती है। यदि इस भजन ने आपके दिल में माँ चामुंडा के प्रति श्रद्धा और भक्ति को और गहरा किया है, तो माँ चामुंडा की महिमा जैसे अन्य भजन भी आपके हृदय को शांति और आशीर्वाद प्रदान कर सकते हैं। जय माँ चामुंडा! 🙏

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