वीणा वादिनी माँ हंस वाहिनी माँ भजन लिरिक्स

“वीणा वादिनी माँ हंस वाहिनी माँ” भजन में माँ सरस्वती की दिव्य महिमा का गान किया गया है। इस भजन में माँ सरस्वती को वीणा की वादन करती हुई और हंस वाहिनी के रूप में पूजा जाता है। वे ज्ञान, विद्या, और कला की देवी हैं, जिनकी कृपा से हर व्यक्ति अपनी मंजिल तक पहुँचता है। भक्त इस भजन के माध्यम से माँ सरस्वती से आशीर्वाद प्राप्त करने की प्रार्थना करता है, ताकि वह अपनी जीवन यात्रा में सफलता की ओर अग्रसर हो सके।

Vina Vadini Maa Hans Vahini Maa

वीणा वादिनी माँ,
हंस वाहिनी माँ,
तेरे ज्ञान से रोशन है,
सारा जहान,
कृपा तेरी जिस घर में,
हो जाएगी माँ,
कभी अज्ञान इक पल,
ना ठहरे वहाँ,
वीणा वादिनी मां,
हंस वाहिनी मां,
तेरे ज्ञान से रोशन है,
सारा जहान।।

नवल उत्थान दो,
दया वरदान दो,
अपनी वीणा से,
भक्ति की तान सुना,
वीणा वादिनी मां,
हंस वाहिनी मां,
तेरे ज्ञान से रोशन है,
सारा जहान।।

मन में अपने कोई,
मोह माया ना हो,
फिक्र चिंता का,
मिट जाए नामोनिशान,
वीणा वादिनी मां,
हंस वाहिनी मां,
तेरे ज्ञान से रोशन है,
सारा जहान।।

कल कल बहती रहे,
तेरी करुणा की धार,
विद्या दायिनी,
भूलों को करना क्षमा,
वीणा वादिनी मां,
हंस वाहिनी मां,
तेरे ज्ञान से रोशन है,
सारा जहान।।

वीणा वादिनी माँ,
हंस वाहिनी माँ,
तेरे ज्ञान से रोशन है.
सारा जहान,
कृपा तेरी जिस घर में,
हो जाएगी माँ,
कभी अज्ञान इक पल,
ना ठहरे वहाँ,
वीणा वादिनी मां,
हंस वाहिनी मां,
तेरे ज्ञान से रोशन है,
सारा जहान।।

Singer – Avinash Karn

माँ सरस्वती की कृपा से ज्ञान और बुद्धि का मार्ग खुलता है, और हर कदम में सफलता मिलती है। यदि यह भजन आपके भीतर विद्या और प्रेरणा का संचार करता है, तो वर दे वीणा वादिनि वर दे माँ सरस्वती वंदना जैसे अन्य भक्तिगीत भी आपके श्रद्धा भाव को और गहरा कर सकते हैं। जय माँ सरस्वती! 🙏

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