गौरा जी को ब्याहने आये है शिव जी दूल्हा बनके पढ़ने जा रहे हैं, वह भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह की कथा का सुंदर चित्रण है। यह भजन भगवान शिव के दूल्हे के रूप में सजने और माता पार्वती के संग उनके पवित्र मिलन की महिमा का बखान करता है।
Gaura Ji Ko Byahne Aaye Hai Shiv Ji Dulha Banke Lyrics
गौरा जी को ब्याहने आये है,
शिव जी दूल्हा बनके,
दूल्हा निराले बने है डमरू वाले,
गौरा जी को ब्याहने आए है,
शिव जी दूल्हा बनके।।
गौरा जी को लगा,
हल्दी चंदन का उबटन,
अंग भभूत रमाए है,
भोले डमरू वाले,
गौरा जी को ब्याहने आए है,
शिव जी दूल्हा बनके।।
गौरा जी के शीश पे,
स्वर्ण मुकुट है,
चंदा का मुकुट लगाए है,
भोले डमरू वाले,
गौरा जी को ब्याहने आए है,
शिव जी दूल्हा बनके।।
गौरा जी के माथे पे,
कुमकुम की बिंदिया,
माथे त्रिपुण्ड बनाए है,
भोले डमरू वाले,
गौरा जी को ब्याहने आए है,
शिव जी दूल्हा बनके।।
गौरा जी के कानो में,
सोने के झूमके,
कानो में बिच्छू सजाए है,
भोले डमरू वाले,
गौरा जी को ब्याहने आए है,
शिव जी दूल्हा बनके।।
गौरा जी के गले में,
सोने का हार है,
नाग गले लिपटाए है,
भोले डमरू वाले,
गौरा जी को ब्याहने आए है,
शिव जी दूल्हा बनके।।
गौरा जी ने ओढ़ी है,
रेशम की चुनरी,
पहने बाघम्बर का दोशाला,
भोले डमरू वाले,
गौरा जी को ब्याहने आए है,
शिव जी दूल्हा बनके।।
गौरा जी को ब्याहने आये है,
शिव जी दूल्हा बनके,
दूल्हा निराले बने है डमरू वाले,
गौरा जी को ब्याहने आए है,
शिव जी दूल्हा बनके।।
“गौरा जी को ब्याहने आये है शिव जी दूल्हा बनके” भजन हमें यह सिखाता है कि भगवान शिव और माता पार्वती का मिलन प्रेम, भक्ति और शक्ति का प्रतीक है, और यह हमें जीवन में पवित्र संबंधों और सच्चे प्रेम का संदेश देता है। जो भी इस भजन को श्रद्धा से पढ़े या नियमित रूप से करे, वह भगवान शिव और माता पार्वती के आशीर्वाद से अपने जीवन में सुख, शांति और समृद्धि प्राप्त करेगा। यदि यह भजन आपके दिल को शांति और संतोष प्रदान करता है, तो “जो उज्जैन की शान है वो बाबा महाकाल है”, “महाकाल से मिलने चला सवारी वाला”, “भोले जी तेरे द्वार का दीवाना” और “शिव शंभू तेरी महिमा न्यारी” जैसे अन्य शिव भजनों को भी पढ़ें। ये भजन आपकी शिव भक्ति को और गहरा और सशक्त बनाएंगे।

मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके।जय श्री राम View Profile