अपने चरणों का सेवक बना लो माँ भजन लिरिक्स

भक्त का सबसे बड़ा सौभाग्य यही होता है कि वह माँ के चरणों की सेवा कर सके और उनकी भक्ति में लीन हो जाए। “अपने चरणों का सेवक बना लो माँ” भजन माँ दुर्गा के प्रति समर्पण और उनकी कृपा की प्रार्थना को दर्शाता है। जब भक्त निःस्वार्थ भाव से माँ की शरण में आता है, तो माँ उसे अपने चरणों का सेवक बना लेती हैं और उसके जीवन को सुख-शांति से भर देती हैं। यह भजन भक्त और माँ के बीच के गहरे प्रेम और आत्मीयता को दर्शाता है।

Apne Charno Ka Sevak Bana Lo Maa

हमें अपने गले से लगा लो माँ,
अपने चरणों का सेवक,
बना लो माँ।।

तेरे भवन पर जो भी आये,
मुंह माँगा वर तुझसे पाए,
कब होगा दीदार माँ तेरा,
बैठे हैं हम आस लगाए,
अपने गोदी में हमको,
बिठा लो माँ,
अपने चरणो का सेवक,
बना लो माँ।।

तेरे हवाले जीवन नैया,
कर दी हमने सुनलो ये मैया,
बीच भंवर में डूब ना जाए,
पार लगा दो बनके खिवैया,
मेरी नैया को तुम ही,
सम्भालो माँ,
अपने चरणो का सेवक,
बना लो माँ।।

मैं भी आन पड़ा दर तेरे,
दूर करो माँ ग़म के अँधेरे,
तू है माँ ममता की मूरत,
हम बालक अनजान हैं तेरे,
बात ‘राणा’ की अब तो,
ना टालो माँ,
अपने चरणो का सेवक,
बना लो माँ।।

हमें अपने गले से लगा लो माँ,
अपने चरणों का सेवक,
बना लो माँ।।

Singer / Writer – Ram Rana

माँ दुर्गा की भक्ति से बढ़कर कुछ भी नहीं, क्योंकि उनकी सेवा करने से जीवन धन्य हो जाता है। जो भी माँ के चरणों में श्रद्धा से शीश झुकाता है, वह सच्चे सुख और शांति को प्राप्त करता है। यदि यह भजन आपकी भक्ति को और गहरा कर दे, तो मेरी मैया ने ओढ़ी लाल चुनरी जैसे अन्य भक्तिमय गीत भी आपकी श्रद्धा को और प्रगाढ़ कर सकते हैं। माँ दुर्गा की कृपा हम सब पर बनी रहे! जय माता दी! 🙏

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