माँ की लाल रे चुनरिया देखो लहर लहर लहराए भजन लिरिक्स

माँ की लाल चुनरिया भक्ति और श्रद्धा का प्रतीक है, जो आस्था की हवाओं में लहराती है और भक्तों को माँ की कृपा का अहसास कराती है। “माँ की लाल रे चुनरिया देखो लहर लहर लहराए” भजन माँ दुर्गा की महिमा और उनके भक्तों की अटूट श्रद्धा को दर्शाता है। जब भक्त माँ के चरणों में अपनी भक्ति अर्पित करता है, तो उसकी चुनरिया भी माँ के आशीर्वाद से पावन हो जाती है। यह भजन माँ के अद्भुत वैभव और भक्तों के प्रेम को संजोता है।

Maa Ki Lal Re Chunriya Dekho Lahar Lahar Laharaye

माँ की लाल रे चुनरिया,
देखो लहर लहर लहराए,
माँ की नाक की नथनिया,
दमदम दमदम दमकी जाए,
माँ की लाल रे चुनरियाँ,
देखो लहर लहर लहराए।।

मंदिर लाल ध्वजाएं न्यारी,
देखो फर फर फर फेहराये,
लाखो नर नारी दर जाए,
माँ की जय जय कार लगाएं,
ऊँचे पर्वत पे महारानी,
बैठी है आसान को सजाये,
माँ की लाल रे चुनरियाँ,
देखो लहर लहर लहराए।।

माँ सोलह सिंगार सजाये,
मोहिनी मूरत मन को भाये,
होती आरती शाम सवेरे,
जगमग माँ की ज्योत जलाएं,
हनुमत भैरो चंवर दुराये,
माँ की शोभा वर्णी ना जाए,
माँ की लाल रे चुनरियाँ,
देखो लहर लहर लहराए।।

तूने भक्त अनेको उबारे,
माँ लाखों दानव संहारे,
जो भी शरण में तेरे आये,
मैया भव से पार उतारे,
तेरी लीला सभी बखाने,
सारा जग तेरे गुण गाये,
माँ की लाल रे चुनरियाँ,
देखो लहर लहर लहराए।।

माँ तुमने संसार रचाया,
कण कण माँ तुमने उपजाया,
हर प्राणी में तेरा साया,
सारा जग माँ तेरी माया,
मेरा तन मन मैया तेरा,
बस तेरे ही माँ गुण गाये,
माँ की लाल रे चुनरियाँ,
देखो लहर लहर लहराए।।

तेरे दर का प्यार वो पाएं,
मैया तू जिसको बुलवाये,
जिसको दाती माँ अपनाये,
उसको कभी न कष्ट सताये,
मैया एक सिवा दर तेरे,
दूजा कोई दर ना भाये,
माँ की लाल रे चुनरियाँ,
देखो लहर लहर लहराए।।

महिमा तेरी वेद बखाने,
ब्रम्हा विष्णु शंकर माने,
नारद लेके वीणा तेरी,
तीनो लोक तुझे बखाने,
राधा सीता तू सावित्री,
तेरी गाथा कहीं ना जाए,
माँ की लाल रे चुनरियाँ,
देखो लहर लहर लहराए।।

शुम्भ निशुम्भ को तुमने मारा,
मैया जग का कष्ट निवारा,
ध्यानु और आल्हा ने ध्याया,
तारा को माँ भव से तारा,
वो जगराता हो ना पूरा,
जिसमे तेरे को ना ध्याये,
माँ की लाल रे चुनरियाँ,
देखो लहर लहर लहराए।।

माँ की लाल रे चुनरिया,
देखो लहर लहर लहराए,
माँ की नाक की नथनिया,
दमदम दमदम दमकी जाए,
माँ की लाल रे चुनरियाँ,
देखो लहर लहर लहराए।।

Singer – Richa Sharma & Santosh Kumar

माँ की चुनरिया केवल एक वस्त्र नहीं, बल्कि भक्तों की आस्था और समर्पण का प्रतीक है। जो भी माँ का ध्यान करता है, उसकी हर मनोकामना पूर्ण होती है। यदि यह भजन आपकी भक्ति को और गहरा कर दे, तो लाल लाल चोला, सिंह सवारी, तुझको माँ पूजे दुनिया सारी जैसे अन्य भक्तिमय गीत भी आपकी श्रद्धा को और प्रगाढ़ कर सकते हैं। माँ दुर्गा की कृपा हम सब पर बनी रहे! जय माता दी! ????

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