सुनो भवानी अरज हमारी दया करो माँ कृपा करो माँ लिरिक्स

जब भक्त का हृदय दुखों से व्याकुल हो जाता है, तो वह माँ भवानी के चरणों में अपनी अरज लेकर आता है। “सुनो भवानी अरज हमारी, दया करो माँ, कृपा करो माँ” भजन माँ से करुणा और आशीर्वाद की याचना करता है। माँ भवानी हमेशा अपने भक्तों की पुकार सुनती हैं और उनकी रक्षा करती हैं। यह भजन उनकी असीम दया और कृपा का स्मरण कराते हुए भक्तों के अटूट विश्वास को प्रकट करता है।

Suno Bhavani Araj Hamari Dya Kro Maa Kirpa Karo Maa

सुनो भवानी अरज हमारी,
दया करो माँ कृपा करो माँ,
शरण में बैठे है माँ तुम्हारी,
दया करो माँ कृपा करो माँ।।

ये अपना जीवन तेरी अमानत,
तू ही है जननी तू ही है पालक,
तेरे चरण के है हम पुजारी,
दया करो माँ कृपा करो माँ,
सुनों भवानी अरज हमारी,
दया करो माँ कृपा करो माँ।।

कहे तुम्हे सब दया का सागर,
लुटा दो ममता गले लगाकर,
भुला दो सारी खता हमारी,
दया करो माँ कृपा करो माँ,
सुनों भवानी अरज हमारी,
दया करो माँ कृपा करो माँ।।

तेरे सिवा हम किसे पुकारे,
ये नैन केवल तुम्हे निहारे,
तुम्ही पे आशा टिकी हमारी,
दया करो माँ कृपा करो माँ,
सुनों भवानी अरज हमारी,
दया करो माँ कृपा करो माँ।।

जो ‘सोनू’ कर दे तू एक इशारा,
संवर ही जाए जनम हमारा,
मिटा दो बाधा माँ जग की सारी,
दया करो माँ कृपा करो माँ,
Bhajan Diary Lyrics,
सुनों भवानी अरज हमारी,
दया करो माँ कृपा करो माँ।।

सुनो भवानी अरज हमारी,
दया करो माँ कृपा करो माँ,
शरण में बैठे है माँ तुम्हारी,
दया करो माँ कृपा करो माँ।।

Singer – Raju Mehra Ji

माँ भवानी के दरबार में जो सच्चे मन से प्रार्थना करता है, उसकी हर अरज पूरी होती है। माँ अपने भक्तों पर सदा कृपा बरसाती हैं और उन्हें जीवन की हर कठिनाई से उबारती हैं। यदि यह भजन आपकी भक्ति को और गहरा कर दे, तो दादी के दरबार की महिमा अपरम्पार जैसे अन्य भक्तिमय गीत भी आपकी श्रद्धा को और प्रगाढ़ कर सकते हैं। माँ भवानी की कृपा हम सब पर बनी रहे! जय माता दी! 🙏

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