जब भक्त का हृदय पूरी तरह माँ के चरणों में समर्पित हो जाता है, तो वह हर जन्म में उनकी शरण में आने की इच्छा रखता है। “बनु दास जनम जनम तक यो ही आयो मांगने, मैया थारै आंगणे” भजन इसी भक्ति और समर्पण की भावना को प्रकट करता है। सच्चा भक्त माँ से केवल भौतिक सुख नहीं, बल्कि उनकी शरण में रहने का वरदान मांगता है, ताकि हर जन्म में वह माँ की भक्ति करता रहे और उनकी कृपा से जीवन को धन्य बना सके।
Banu Das Janam Janam Tak Yo Hi Aayo Magne Maiya Thare Angne
बनु दास जनम जनम तक,
यो ही आयो मांगने,
मैया थारै आंगणे,
मैया थारै आंगणे।।
मंगल गाऊं घर घर जाकर,
थासु मिल्यो उपहार,
देके सेवा इ जनम में,
बहुत कियो उपकार,
मौज उडावा म्हे तो,
दादी थारे कारणे,
मैया थारै आंगणे,
मैया थारै आंगणे।।
मानव तन जो पाऊं फिर से,
मंगल मैं गाउँ,
पंछी जीवन म्हणे द्यो तो,
यो ही मैं चाहूँ,
बनके मोरियो मैं नाचू,
मंदिरिये के बारने,
मैया थारै आंगणे,
मैया थारै आंगणे।।
चाहे बना ले ‘श्याम’ ने दादी,
निज चरणा री धूल,
चरण चाकरी करने में,
म्हासु होवे कदी ना भूल,
म्हणे भी तारो मैया,
बैठ्या सबने तारने,
मैया थारै आंगणे,
मैया थारै आंगणे।।
बनु दास जनम जनम तक,
यो ही आयो मांगने,
मैया थारै आंगणे,
मैया थारै आंगणे।।
Singer – Ujjwal Khakholia
माँ की भक्ति ही सबसे बड़ा धन है, और जो भक्त सच्चे मन से माँ की शरण में आता है, उसे हर जन्म में माँ का आशीर्वाद मिलता है। माँ अपने भक्तों को कभी निराश नहीं करतीं और उनकी हर प्रार्थना सुनती हैं। यदि यह भजन आपकी श्रद्धा को और गहरा कर दे, तो आजा भवानी एक बार, मैं तो कब से खड़ा हूँ तेरे द्वार पर जैसे अन्य भक्तिमय गीत भी आपकी भक्ति को और प्रगाढ़ कर सकते हैं। माँ की कृपा सभी पर बनी रहे! जय माता दी! 🙏
मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। 🚩 जय सनातन धर्म 🚩