सतगुरु तुम्हारे प्यार ने जीना सीखा दिया भजन लिरिक्स

जब सतगुरु का प्रेम भक्त के जीवन में प्रवेश करता है, तो उसका अस्तित्व ही बदल जाता है। “सतगुरु तुम्हारे प्यार ने जीना सीखा दिया” भजन में इसी दिव्य प्रेम का वर्णन किया गया है। यह भजन हमें सिखाता है कि सतगुरु का स्नेह केवल आध्यात्मिक मार्गदर्शन ही नहीं, बल्कि एक नया जीवन प्रदान करता है, जो प्रेम, भक्ति और शांति से परिपूर्ण होता है।

Satguru Tumhare Pyare Ne Jina Sikha Diya Bhajan Lyrics

सतगुरु तुम्हारे प्यार ने,
जीना सीखा दिया है,
हमको तुम्हारे प्यार ने,
इन्सां बना दिया है।।

है जलवे आपके,
नज़रों में हर घडी,
मस्ती का जाम आपने,
ऐसा पिला दिया,
सतगुरु तुम्हारे।।

भुला हुआ था रास्ता,
भटका हुआ था मैं,
किस्मत ने मुझको आपके,
काबिल बना दिया,
सतगुरु तुम्हारे।।

जिस दिन से मुझको आपने,
अपना बना लिया,
दोनों जहां को दास ने,
तबसे भुला दिया,
सतगुरु तुम्हारे।।

जिसने किसी को आज तक,
सजदा नहीं किया,
वो सर भी मैंने आपके,
दर पे झुका दिया,
सतगुरु तुम्हारे।।

सतगुरु तुम्हारे प्यार ने,
जीना सीखा दिया है,
हमको तुम्हारे प्यार ने,
इन्सां बना दिया है।।

सतगुरु के चरणों में समर्पण ही सच्चा सुख देता है, और उनका प्रेम ही हमें जीवन का सही अर्थ समझाता है। यदि यह भजन आपके मन को छू गया हो, तो “गुरुदेव मेरी नैया उस पार लगा देना”, “गुरु चरण कमल बलिहारी रे”, “अगर है ज्ञान को पाना तो गुरु की जा शरण भाई”, और “ले गुरु का नाम बंदे यही तो सहारा है” जैसे अन्य भजनों को भी पढ़ें और अपने भीतर गुरुदेव की कृपा का अनुभव करें।









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