बर्धमान 108 शिव मंदिर : एक साथ सौ से अधिक शिवालयों का दिव्य दर्शन

बर्धमान 108 शिव मंदिर शहर के पश्चिमी छोर पर स्थित नबाबहाट (Nababhat) नामक क्षेत्र में स्थित एक धार्मिक स्थल है। यह मंदिर परिसर अब धीरे-धीरे प्रसिद्धि प्राप्त कर रहा है और बर्धमान के स्थानीय श्रद्धालुओं के लिए एक केंद्रबिंदु बन चुका है। हमने यहां Bardhaman 108 Shiv Mandirर के बारे सभी जानकरी प्रस्तुत की है-

Bardhaman 108 Shiv Mandir का निर्माण और इतिहास

इस मंदिर समूह का इतिहास बहुत प्राचीन नहीं है। इसे आधुनिक काल में संभवतः पिछले कुछ दशकों में स्थानीय भक्तों और सामाजिक संगठनों के सहयोग से धीरे-धीरे विकसित किया गया है।

इस मंदिर का उद्देश्य था एक शांत, पवित्र और व्यवस्थित परिसर तैयार करना जहाँ भक्तगण शिव जी की आराधना एक साथ 108 रूपों में कर सकें। इसलिए इसे “स्थानीय स्तर पर प्रेरित धार्मिक प्रयास” माना जा सकता है, जो बिना किसी शाही संरक्षण के श्रद्धा और समाज सेवा की भावना से बना है।

संरचना और वास्तुकला

यहाँ कुल 108 छोटे शिव मंदिर हैं, जिनमें प्रत्येक में एक-एक शिवलिंग स्थापित है। मंदिरों को सीधी पंक्तियों या वर्गाकार समूहों में व्यवस्थित किया गया है, इनमें कोई वृत्ताकार या तांत्रिक संरचना नहीं है, जैसा कि कालना 108 शिव मंदिर में देखने को मिलता है।

निर्माण शैली साधारण और आधुनिक है, यहाँ परंपरागत बंगाली शिखरों (aatchala) या नक्शों की झलक कम देखने को मिलती है। मंदिर परिसर में खुले क्षेत्र और आम रास्ते हैं, जिससे दर्शन करना सरल और सुगम होता है।

धार्मिक महत्व

यह मंदिर अब बर्धमान व आसपास के गाँवों के लोगों के लिए एक भक्ति स्थल बन चुका है। विशेष रूप से:

  • सावन मास में
  • श्रावण सोमवार को
  • और महाशिवरात्रि के दिन यहाँ हजारों भक्त एक साथ पूजा करने आते हैं।

भक्तगण इन 108 मंदिरों के शिवलिंगों पर जल और बेलपत्र अर्पण करते हैं, और यह विश्वास करते हैं कि ऐसा करने से 108 तीर्थों का पुण्य एक साथ प्राप्त होता है।

दर्शन का समय (Darshan Timing)

  • बर्धमान 108 शिव मंदिर प्रतिदिन सुबह 6 बजे से शाम 8 बजे तक खुला रहता है।
  • सुबह का समय (6 से 9 बजे) दर्शन के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जाता है, जब मंदिर में शांति और ताजगी रहती है।
  • शाम को आरती के समय भी सुंदर वातावरण होता है, जिसमें स्थानीय लोग भजन और घंटियों के साथ पूजा करते हैं।

नोट: विशेष पर्वों पर यह समय बढ़ाया भी जा सकता है।

यात्रियों के लिए महत्वूर्ण जानकारी

स्थान: 108 Shiv Mandir Bardhaman जंक्शन रेलवे स्टेशन से लगभग 7 से 8 किलोमीटर की दूरी पर है, और सड़क मार्ग से आसानी से पहुँचा जा सकता है।

निकटतम रेलवे स्टेशन

  • Burdwan Junction (बर्धमान जंक्शन) इस मंदिर का सबसे नजदीकी बड़ा रेलवे स्टेशन है।
  • कोलकाता (हावड़ा) से बर्धमान के लिए कई लोकल व सुपरफास्ट ट्रेनें उपलब्ध हैं।
  • स्टेशन पर उतरने के बाद श्रद्धालु ऑटो, ई-रिक्शा या प्राइवेट टैक्सी लेकर मंदिर तक आसानी से पहुँच सकते हैं।

सड़क मार्ग

  • बर्धमान शहर से नबाबहाट मंदिर तक के लिए स्थानीय ऑटो और ई-रिक्शा नियमित रूप से उपलब्ध हैं।
  • कोलकाता, दुर्गापुर या आस-पास के जिलों से आने वाले श्रद्धालु NH-2 या GT रोड के माध्यम से कार या बस द्वारा भी आसानी से पहुँच सकते हैं।

श्रद्धालुओं के लिए सुझाव

  • मंदिर परिसर में जूते चप्पल के लिए स्टैंड, पेयजल, और बैठने की उचित व्यवस्था है।
  • दर्शन से पहले हर मंदिर में शिवलिंग पर बेलपत्र और जल अर्पण करने के लिए श्रद्धालु अपने साथ बेलपत्र, दूध या फूल ला सकते हैं या पास में दुकानें भी उपलब्ध हैं।
  • पूजा के दौरान अनुशासन बनाए रखना और फोटो/वीडियो करते समय श्रद्धालुओं की भावना का ध्यान रखना आवश्यक है।

Bardhaman 108 Shiv Mandir न केवल एक अद्भुत धार्मिक स्थल है, बल्कि इसकी रचना, वास्तुकला और पौराणिकता इसे एक अनमोल धरोहर बनाती है। यदि आप शिव भक्ति और मंदिर दर्शन में रुचि रखते हैं, तो 108 Shiv Mandir, Jatoli Shiv Mandir और Ambernath Shiv Mandir जैसे अन्य प्रसिद्ध स्थलों की जानकारी भी अवश्य पढ़ें। ये सभी मंदिर आपको भगवान शिव की भक्ति में और भी अधिक डुबो देंगे।

FAQ

क्या यह मंदिर कालना वाले 108 शिव मंदिर से अलग है?

इस मंदिर में कितने शिवलिंग हैं?

क्या यहाँ परिक्रमा करना होता है?

जी हाँ, भक्त परंपरागत रूप से सभी 108 मंदिरों की परिक्रमा करते हुए शिवलिंगों पर जल चढ़ाते हैं। इसे पुण्यदायी माना जाता है।

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