हरि नाम ध्यालो नाम धन कमालो भजन लिरिक्स

संसार के मोह-माया में फंसकर मनुष्य सच्चे धन को भूल जाता है, लेकिन जो हरि नाम ध्यालो नाम धन कमालो भजन लिरिक्स भजन के भाव को समझता है, वह जान जाता है कि ईश्वर का नाम ही असली पूंजी है। यह भजन हमें हरि नाम के अमूल्य खजाने की याद दिलाता है, जो न केवल इस जीवन में बल्कि परलोक में भी हमारा सहारा बनता है।

Hari Naam Dhyalo Naam Dhan Kamalo Bhajan Lyrics

हरि नाम ध्यालो,
नाम धन कमालो,
कि दिन आखिरी अब,
करीब आ गया है,
जीवन को अपने सफल बनालो,
कि दिन आखिरी,
अब करीब आ गया है।।

जिसने गुरू का,
लिया है सहारा,
उसी को गुरू ने,
भव से है तारा..हाँ,
बड़े है निराले,
वो भाग्य वाले,
जो सतगुरू के,
करीब आ गया है।

हरि नाम ध्यालों,
नाम धन कमालो,
कि दिन आखिरी अब,
करीब आ गया है।।

न तन काम आए,
न धन काम आए,
यहाँ कि ये दौलत,
यही रह जाए,,हाँ,
चलता रहा जो,
राह गुरु की,
वो मँज़िल के अपनी,
करीब आ गया है

हरि नाम ध्यालों,
नाम धन कमालो,
कि दिन आखिरी अब,
करीब आ गया है।।

बचपन है बीता,
आई जवानी,
समय है बहुत कम,
हरि भज प्राणी, हाँ..
गुरू की निशानी,
पड़ेगी लोटानी,
बुढ़ापा भी अब तो,
करीब आ गया है

हरि नाम ध्यालों,
नाम धन कमालो,
कि दिन आखिरी अब,
करीब आ गया है।।

हरि नाम ध्यालो,
नाम धन कमालो,
कि दिन आखिरी अब,
करीब आ गया है,
जीवन को अपने सफल बनालो,
कि दिन आखिरी,
अब करीब आ गया है।।

जो भी सच्चे मन से हरि नाम का धन कमाता है, वह जीवन के हर संकट से पार पा जाता है। गुरु की कृपा और ईश्वर का स्मरण ही हमें सच्ची राह दिखाते हैं। आगे “हरि नाम सुमरले बन्दे जीवन को सफल बना ले”, “तू हरि को ना भजेगा भव कैसे पार होगा”, “भजले नाम गुरु का रे मनवा बीत रही है स्वाँसा” और “जो गए गुरु द्वारे भव से पार हो गए” भजनों को पढ़ें और हरि स्मरण में मन लगाएँ।









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