जीवन की नश्वरता को समझाने वाला यह भजन माटी के पुतले रे तेरा अपना यहाँ नहीं कोय हमें यह बोध कराता है कि यह संसार अस्थायी है और जो भी हम अपने साथ जोड़कर रखते हैं, वह सब यहीं रह जाता है। गुरुदेव की कृपा से ही सच्चे सुख और आत्मिक शांति की प्राप्ति संभव है। जब तक समय है, हमें सतगुरु की शरण में आकर उनके मार्गदर्शन में चलना चाहिए।
Mati Ke Putle Re Tera Apna Yahan Nahi Koye Bhajan Lyrics
माटी के पुतले रे,
तेरा अपना यहाँ नहीं कोय,
तेरा अपना यहाँ नहीं कोय,
सतगुरु ने कितना समझाया,
अब काहे को रोए रे,
ऐ अब काहे को रोय,
तेरा अपना यहाँ नही कोय,
माटी के पुतले रे।।
भूखा प्यासा रह कर तू ने,
करदी न्योछावर,
ये जिन्दगानी रे,
जिसकी खातिर महल बनाया,
जिसकी खातिर महल बनाया,
वो ही न तेरा होय,
तेरा अपना यहाँ नही कोय,
माटी के पुतले रे।।
करले जो भी करना है तुझको,
समय सुहाना बिता जाए रे,
चला गया ये समय तो पगले,
चला गया ये समय तो पगले,
फिर वापस न होय,
तेरा अपना यहाँ नही कोय,
माटी के पुतले रे।।
खुद के लिए कुछ कर ले कमाई,
बीत रही तेरी जिन्दगानी रे,
कल कल में जीवन कई बीते,
कल कल में जीवन कई बीते,
कल न तेरा होय,
तेरा अपना यहाँ नही कोय,
माटी के पुतले रे।।
माटी के पुतले रे,
तेरा अपना यहाँ नहीं कोय,
तेरा अपना यहाँ नहीं कोय,
सतगुरु ने कितना समझाया,
अब काहे को रोए रे,
ऐ अब काहे को रोय,
तेरा अपना यहाँ नही कोय,
माटी के पुतले रे।।
गुरुदेव की वाणी हमें यह सिखाती है कि यह संसार क्षणभंगुर है, परंतु सतगुरु का ज्ञान अमिट और अडिग रहता है। जो व्यक्ति अपने मन को संसार के मोह से हटाकर गुरुदेव की भक्ति में लगाता है, वही सच्ची शांति प्राप्त करता है। “भजले नाम गुरु का रे मनवा बीत रही है स्वाँसा”, “हरि नाम सुमर ले बन्दे जीवन को सफल बना ले”, और “सोए को संत जगाए फिर नींद न उसको आए” जैसे अन्य भजनों को भी पढ़ें और गुरुदेव की अमृतवाणी से आत्मा को तृप्त करें। 🙏
मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। 🚩 जय सनातन धर्म 🚩