सारे तीरथ धाम आपके चरणों में गुरुदेव भजन लिरिक्स

“सारे तीरथ धाम आपके चरणों में गुरुदेव” भजन हमें यह दर्शाता है कि सच्चे संत के चरण ही सभी तीर्थों और धामों के समान हैं। जब गुरु कृपा दृष्टि करते हैं, तो जीवन में हर जगह तीर्थ का अनुभव होता है। यह भजन भक्ति, श्रद्धा और गुरु महिमा को दर्शाने वाला अद्भुत माध्यम है।

Sare Tirth Dham Aapke Charno Me Gurudev Bhajan Lyrics

सारे तीरथ धाम आपके चरणों में,
हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणो में।।

ह्रदय में माँ गौरी लक्ष्मी,
कंठ शारदा माता है,
जो भी मुख से वचन कहे वो,
वचन सिद्ध हो जाता है,
है गुरु ब्रह्मा है गुरु विष्णु,
है शंकर भगवान आपके चरणो में,
हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणो में।।

जनम के दाता मात पिता है,
आप करम के दाता है,
आप मिलाते है ईश्वर से,
आप ही भाग्य विधाता हैं,
दुखिया मन को रोगी तन को,
मिलता है आराम आपके चरणो में,
हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणो में।।

निर्बल को बलवान बना दो,
मूर्ख को गुणवान प्रभु,
‘देवकमल’ और ‘बंसी’ को भी,
ज्ञान का दो वरदान प्रभु,
हे महादानी हे महाज्ञानी,
रहूँ मैं सुबहो श्याम आपके चरणो में,
हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणो में।।

दोहा

कर्ता करे न कर सके,
पर गुरु करे सब होय,
सात द्वीप नौ खंड में,
गुरु से बड़ा ना कोय।।

मैं तो सात समुन्द्र की मसि करूं,
लेखनी सब बन राय,
सब धरती कागज़ करूँ,
पर गुरु गुण लिखा ना जाए।।

सारे तीरथ धाम आपके चरणों में,
हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणो में।।

गुरुदेव के चरणों की महिमा अपार है, क्योंकि वहीं से मोक्ष और आत्मशुद्धि का मार्ग निकलता है। “सारे तीरथ धाम आपके चरणों में गुरुदेव” भजन इसी सत्य को प्रकट करता है। अधिक गुरु भक्ति से ओत-प्रोत भजन पढ़ें, जैसे “गुरुदेव के चरणों की गर धूल जो मिल जाए”, “गुरुवर के चरणों में मेरा है प्रणाम”, “तेरे चरणों में सतगुरु मेरी प्रीत हो” और “गुरुदेव तुम्हारे चरणों में बैकुंठ का वास लगे मुझको”।









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