हे वीणा वादिनी माँ वरदान ऐसा दे दे लिरिक्स

हे वीणा वादिनी माँ वरदान ऐसा दे दे भजन माँ सरस्वती, जो ज्ञान, संगीत और कला की देवी हैं, उनके चरणों में श्रद्धा और आस्था का प्रतीक है। इस भजन में भक्त माँ से वरदान की प्रार्थना करते हैं, ताकि वे अपने जीवन में ज्ञान, संगीत और कला के क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकें। माँ सरस्वती के दर्शन से व्यक्ति के मन, वचन और क्रिया में शुद्धता आती है, और यही भजन उस दिव्य कृपा की प्राप्ति की कामना करता है।

Hey Vina Vadini Maa Vardan Aisa De De Lyrics

हे वीणा वादिनी माँ,
वरदान ऐसा दे दे,
गुणगान तेरे गाए हम,
सुर ज्ञान ऐसा दे दे।।

मन में मेरे शारदे,
ज्योति तू वो जला दे,
अज्ञान दूर हो सब,
अँधियारा माँ मिटा दे,
वंदन करे सदा हम,
माँ दान ऐसा दे दे,
गुणगान तेरे गाए हम,
सुर ज्ञान ऐसा दे दे।।

माँ सरस्वती तुम्हारी,
भक्ति करे सदा हम,
महिमा तुम्हारी माता,
हमपे ना हो कभी कम,
रोशन जहान करे हम,
तू ज्ञान ऐसा दे दे,

गुणगान तेरे गाए हम,
सुर ज्ञान ऐसा दे दे।।

हे वीणा वादिनी माँ,
वरदान ऐसा दे दे,
गुणगान तेरे गाए हम,
सुर ज्ञान ऐसा दे दे।।

Singer – Deepa Narayan Jha

“हे वीणा वादिनी माँ वरदान ऐसा दे दे” भजन में माँ सरस्वती से आशीर्वाद की प्रार्थना की जाती है ताकि उनके जीवन में ज्ञान और सफलता का वास हो। जैसा कि अन्य भजनों में भी देखा जाता है, जैसे “ज्ञान की ज्योति जगा देना” और “माँ का संदेसा आया है,” माँ के आशीर्वाद से ही भक्तों की राह आसान होती है। यह भजन माँ सरस्वती की महिमा को उजागर करता है और हमें यह याद दिलाता है कि ज्ञान ही सबसे बड़ी शक्ति है। माँ की कृपा से हम अपने जीवन में नई दिशाएं और अवसर पा सकते हैं। जय माँ सरस्वती! 🌸

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