गुरु चरणों की शरण में आने से जीवन में एक नया प्रकाश उत्पन्न होता है। जब भक्त गुरु की कृपा से ओत-प्रोत होता है, तो उसका पूरा अस्तित्व बदल जाता है—अज्ञान से ज्ञान, अंधकार से प्रकाश और अस्थिरता से शाश्वत शांति की ओर। “तेरे चरणों में आके गुरुवर, जिंदगी क्या से क्या हो गयी है” भजन इसी अनमोल सत्य को प्रकट करता है कि गुरु कृपा से जीवन में चमत्कारी बदलाव आता है। आइए, इस भजन के भावों को आत्मसात करें और गुरु चरणों में पूर्ण समर्पण करें।
Tere Charno Mai Aake Guruvar Jindangi Kya Se Kya Ho Gayi Hai
दोहा
रोम रोम में राम है,
राम नाम आधार,
राम रटन जब मैं लगा,
और रटन बेकार।
तेरे चरणों में आके गुरुवर,
जिंदगी क्या से क्या हो गयी है,
जब से थामा है दामन तुम्हारा,
सारी मुश्किल आसा हो गई है।।
तेरी भगति का दीपक जलाया,
मैंने मंदिर में तुमको बसाया,
बन रहे है सभी काम मेरे,
जब से तेरी कृपा हो चली है,
जब से थामा है दामन तुम्हारा,
सारी मुश्किल आसा हो गई है।।
कोई चिंता नही जिंदगी में,
जबसे तरी शरण में गये है,
होते होते रहे तेरे दर्शन,
बस यही कामना हो चली है,
जब से थामा है दामन तुम्हारा,
सारी मुश्किल आसा हो गई है।।
तेरे चरणो में आके गुरुवर,
जिंदगी क्या से क्या हो गयी है,
जब से थामा है दामन तुम्हारा,
सारी मुश्किल आसा हो गई है।।
गुरु की शरण में आकर ही जीवन को उसका सच्चा उद्देश्य और शांति प्राप्त होती है। “तेरे चरणों में आके गुरुवर, जिंदगी क्या से क्या हो गयी है” भजन हमें यह अहसास कराता है कि गुरु कृपा से सबकुछ संभव है और उनके आशीर्वाद से ही सच्ची राह मिलती है। ऐसे ही अन्य प्रेरणादायक भजनों जैसे “गुरु चरणों की महिमा अपार”, “गुरु बिना जीवन अधूरा”, “गुरु वाणी का प्रकाश”, और “गुरु कृपा से जीवन सफल” को पढ़ें और अपनी भक्ति को और दृढ़ करें।

मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। 🚩 जय सनातन धर्म 🚩