माँ का संदेसा आया है कटरा मुझे बुलाया है लिरिक्स

जब माँ वैष्णो अपने भक्तों को बुलाती हैं, तो उन्हें अपने पास जाने से कोई रोक नहीं सकता। माँ का संदेसा आया है कटरा मुझे बुलाया है भजन उसी दिव्य पुकार को दर्शाता है, जिसे सुनकर हर भक्त का मन श्रद्धा से भर उठता है। यह भजन माँ की कृपा, उनकी अपार शक्ति और भक्तों की अटूट आस्था को व्यक्त करता है।

Maa Ka Sandesa Aaya Hai Katra Mujhe Bulaya Hai Lyrics

माँ का संदेसा आया है,
कटरा मुझे बुलाया है,
पर्वत पर माँ का धाम है,
मुझे जाना नंगे पाँव है।।

पर्वत पर एक गुफा बड़ी सुन्दर,
जहाँ है मेरी मैया का मंदिर,
सिंह सवारी करती मैया है,
सर पर ओढ़े लाल चुनरिया है,
दर्शन से ही, मेरे सभी,
बन जाते बिगड़े काम है,
मुझे जाना नंगे पाँव है,
माँ का संदेशा आया है,
कटरा मुझे बुलाया है।।

मैया का दरबार वो न्यारा है,
स्वर्ग से सुन्दर वहां नज़ारा है,
नाचती गाती भक्तो की टोली,
गूंजे मैया का जयकारा है,
जय माता दी, कहते सभी,
लेते सब माँ का नाम है,
मुझे जाना नंगे पाँव है,
माँ का संदेशा आया है,
कटरा मुझे बुलाया है।।

मेरी मैया है मेहरावाली,
भक्तो की करती है रखवाली,
सबकी मुरादे पूरी करती है,
लौटाती ना किसी को भी खाली,
संकट हरे, झोली भरे,
‘सोनू’ ये बड़ी दयावान है,
मुझे जाना नंगे पाँव है,
माँ का संदेशा आया है,
कटरा मुझे बुलाया है।।

माँ का संदेसा आया है,
कटरा मुझे बुलाया है,
पर्वत पर माँ का धाम है,
मुझे जाना नंगे पाँव है।।

गायक – राजू मेहरा जी।

माँ वैष्णो देवी की यात्रा सिर्फ एक तीर्थ नहीं, बल्कि आत्मा की पुकार होती है। यह भजन हमें माँ की भक्ति में लीन कर देता है और हमें उनके चरणों की ओर खींच लाता है। अगर आपको यह भजन पसंद आया, तो “सिंह पे चढ़के आ रहीं मैया, हो रही जय जयकार” भजन भी जरूर सुनें और माँ के दिव्य आशीर्वाद का अनुभव करें। जय माता दी! ????✨

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