रहमत कर माँ चरणों में रख ले भजन लिरिक्स

जब जीवन के संघर्ष भारी लगने लगते हैं और हर ओर अंधकार ही दिखाई देता है, तब माँ की शरण ही वह स्थान होता है, जहाँ सच्ची शांति और समाधान मिलता है। रहमत कर माँ, चरणों में रख ले भजन भक्त के उसी प्रेम और समर्पण को दर्शाता है, जहाँ वह माँ दुर्गा से अपनी गोद में स्थान देने की विनती करता है।

Rahmt Kar Maa Charano Mien Rakh Le Bhajan Lyrics

दर दर की माँ खा के ठोकर,
तेरे दर पर आई हूँ,
रहमत कर माँ चरणों में रख ले,
जग की मैं ठुकराई हूँ।।

ये भी देखें – दर दर का भटकना छूट गया।

कौन है अपना जग में मईया,
किसको मैं अपना कहूं,
कोई नहीं अब मेरी सुनता,
किसको दिल का दर्द कहूं,
बेदर्दी इस जग से मईया,
हार तेरे दर आई हूँ,
दर दर की माँ खा के ठोकर,
तेरे दर पर आई हूँ।।

दुनिया के भव सागर में माँ,
सबने मुझको छोड़ दिया,
दिया ना साथ किसी ने मेरा,
सबने ही मुख मोड़ लिया,
राह अँधेरी देख के मईया,
मैं तो बड़ी घबराई हूँ,
दर दर की माँ खा के ठोकर,
तेरे दर पर आई हूँ।।

तोड़ के सारे जग के बंधन,
तुझसे आस लगाईं है,
दिल मेरा कहता मुझसे मईया,
होनी मेरी सुनवाई है,
और ना कुछ भी मांगू तुझसे,
बस एक अर्ज़ी लाइ हूँ,
दर दर की माँ खा के ठोकर,
तेरे दर पर आई हूँ।।

मतलब के सब साथी हैं माँ,
कोई ना मेरा अपना है,
अपनों ने ही गैर बना कर,
तोडा हर एक सपना है,
किस से कहूं मैं अपना जग में,
सबके लिए तो पराई हूँ,
दर दर की माँ खा के ठोकर,
तेरे दर पर आई हूँ।।

दर दर की माँ खा के ठोकर,
तेरे दर पर आई हूँ,
रहमत कर माँ चरणों में रख ले,
जग की मैं ठुकराई हूँ।।

Singer – Sona Jadhav

माँ की दया जब बरसती है, तो हर पीड़ा, हर दर्द पल भर में मिट जाता है। यह भजन हमें माँ के असीम प्रेम और उनकी करुणा का अनुभव कराता है। यदि माँ की महिमा का गुणगान सुनना चाहते हैं, तो “मेरा हाथ पकड़ लो माँ, जगत में भीड़ तो भारी है” भजन भी जरूर सुनें, जो माँ की कृपा और उनके सहारे की शक्ति को दर्शाता है। जय माता दी! ????✨

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