माँ की महिमा का गुणगान करना और उनका आह्वान करना हर भक्त के लिए एक अनमोल अनुभव होता है। आई आई आई महामाई है आई भजन माँ के दिव्य आगमन की खुशी और उनकी कृपा का अद्भुत वर्णन करता है। जब माँ अपने भक्तों की पुकार सुनकर आती हैं, तो हर मन भक्तिरस में डूब जाता है और पूरा वातावरण भक्तिमय हो जाता है।
Aai Aai Aai Mahamai Hai Aai Bhajan Lyrics
आई आई आई महामाई है आई,
सभी भक्तों को मेरी बधाई,
आई आई आई महामाई हैं आई,
सोने का सिंहासन व चौकी सजाई,
आई आई आई महामाई हैं आई।।
हाथ में त्रिशूल और खड़ग बिराजे है,
गल मुंडन की माला भी साजे है,
देने हम सबको खुशियां हैं आई,
आई आई आई महामाई हैं आई।।
लाल चुनरिया व लाल सितारा है,
मैया के दर्शन को भाग्य हमारा है,
हरने धरा के सारे कष्ट है आई,
आई आई आई महामाई हैं आई।।
चंदन की चौकी और थाल सजाओ जी,
मेरी मैया रानी को भोग लगाओ जी,
देखो जन-जन में खुशियां है छाई,
आई आई आई महामाई हैं आई।।
शेर पर सवार होकर दरबार आ गई,
भक्तों के मन में मैया जी समा गई,
‘सचिन’ भी आज देता सबको बधाई,
आई आई आई महामाई हैं आई।।
आई आई आई महामाई है आई,
सभी भक्तों को मेरी बधाई,
आई आई आई महामाई हैं आई,
सोने का सिंहासन व चौकी सजाई,
आई आई आई महामाई हैं आई।।