Avadh Nagariya Me Ram Raj Kab Laoge
अवध नगरीया में राम राज कब लाओगे,
सूना है तेरा धाम राम कब आओगे…
सूना है तेरा धाम राम कब आओगे।।
तेरे भक्तो पे चलती है गोलिया,
आके सब खेलते है खून की होलिया…
इन दुष्टों को कब आके सबक सिखाओगे,
सूना है तेरा धाम राम कब आओगे…
सूना है तेरा धाम राम कब आओगे।।
बहनो की आबरू पल में लूट जाती है,
गऊ माता यहाँ काट दी जाती है…
कब अब हत्यारो से इन्हे बचाओगे,
सूना है तेरा धाम राम कब आओगे…
सूना है तेरा धाम राम कब आओगे।।
‘कमल’ ‘संदीप’ की उम्मीदे ना खो जाए,
कहे कुलदीप कहीं देर ना हो जाए…
दिल के सपने कब साकार बनाओगे,
सूना है तेरा धाम राम कब आओगे…
सूना है तेरा धाम राम कब आओगे।।
अवध नगरीया में राम राज कब लाओगे,
सूना है तेरा धाम राम कब आओगे…
सूना है तेरा धाम राम कब आओगे।।

मैं आचार्य ब्रह्मदत्त, सनातन धर्म का एक साधक और आध्यात्मिक ज्ञान का प्रचारक हूँ। मेरा जीवन देवी-देवताओं की आराधना, वेदों-पुराणों के अध्ययन और भक्ति मार्ग के अनुसरण में समर्पित है। सूर्य देव, खाटू श्याम, शिव जी और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का गुणगान करना मेरे लिए केवल एक लेखन कार्य नहीं, बल्कि एक दिव्य सेवा है। मैं अपने लेखों के माध्यम से भक्तों को पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का ज्ञान सरल भाषा में प्रदान करने का प्रयास करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने आध्यात्मिक पथ को सुगम और सार्थक बना सके। View Profile