है प्रीत जहाँ की रीत सदा देशभक्ति गीत में देशभक्ति की अनमोल परंपरा और सद्भावना का सुंदर चित्रण है। यह गीत हमें अपने देश के प्रति प्रेम और एकता की भावना को बनाए रखने के लिए प्रेरित करता है। आइए, इस गीत के माध्यम से देशभक्ति की सच्ची भावना को महसूस करें।
Hai Prit Jaha Ki Reet Sada – Deshbhakti Geet Lyrics
है प्रीत जहाँ की रीत सदा,
मैं गीत वहाँ के गाता हूँ।।
जब ज़ीरो दिया मेरे भारत ने,
दुनिया को तब गिनती आई।
तारों की भाषा भारत ने,
दुनिया को पहले सिखलाई।।
देता ना दशमलव भारत तो,
यूँ चाँद पे जाना मुश्किल था।
धरती और चाँद की दूरी का,
अंदाजा लगाना मुश्किल था।।
सभ्यता जहाँ पहले आई,
पहले जनमी है जहाँ पे कला।
अपना भारत वो भारत है,
जिसके पीछे संसार चला,
संसार चला और आगे बढ़ा।
यूँ आगे बढ़ा बढ़ता ही गया,
भगवान करे ये और बढ़े,
बढ़ता ही रहे और फूले-फले।।
हैं प्रीत जहाँ की रीत सदा,
मैं गीत वहाँ के गाता हूँ।
भारत का रहने वाला हूँ,
भारत की बात सुनाता हूँ।।
काले-गोरे का भेद नहीं,
हर दिल से हमारा नाता है।
कुछ और न आता हो हमको,
हमें प्यार निभाना आता है,
जिसे मान चुकी सारी दुनिया।
मैं बात वही दोहराता हूँ,
भारत का रहने वाला हूँ,
भारत की बात सुनाता हूँ।।
जीते हो किसीने देश तो क्या,
हमने तो दिलों को जीता है,
जहाँ राम अभी तक है नर में।
नारी में अभी तक सीता है,
इतने पावन हैं लोग जहाँ।
मैं नित-नित शीश झुकाता हूँ,
भारत का रहने वाला हूँ,
भारत की बात सुनाता हूँ।।
इतनी ममता नदियों को भी,
जहाँ माता कहके बुलाते है।
इतना आदर इन्सान तो क्या,
पत्थर भी पूजे जातें है,
उस धरती पे मैंने जन्म लिया।
ये सोच के मैं इतराता हूँ,
भारत का रहने वाला हूँ,
भारत की बात सुनाता हूँ।।
है प्रीत जहाँ की रीत सदा,
मैं गीत वहाँ के गाता हूँ।
भारत का रहने वाला हूँ,
भारत की बात सुनाता हूँ।।
देशभक्ति और एकता की मिसाल प्रस्तुत करता यह गीत है प्रीत जहाँ की रीत सदा हमें अपने वतन के प्रति प्रेम और सम्मान की भावना से भर देता है। इसी भावना के साथ आप हम लाये हैं तूफ़ान से किश्ती निकाल के देशभक्ति गीत लिरिक्स, आई लव माय इंडिया देशभक्ति गीत लिरिक्स, जहाँ डाल डाल पर सोने की चिड़ियाँ देशभक्ति गीत लिरिक्स को भी पढ़ सकते हैं, जो हमारे देश प्रेम को और प्रगाढ़ करते हैं।