सलाम उन शहीदों को जो खो गए देशभक्ति गीत हमारे देश के वीर शहीदों को सम्मान और श्रद्धांजलि अर्पित करता है। यह गीत उनके बलिदान को याद कर देशभक्ति और आत्म-समर्पण की भावना को जगाता है। आइए, इस गीत के माध्यम से हम अपने शहीदों को याद करें और उनके आदर्शों को अपनाएं।
Salam Un Shahido Ko Jo Kho Gaye
वो थे लाड़ले अपनी माँओं के पाले,
मगर हो गए गोलियों के हवाले,
आजादी के बदले जवानी लुटा दी।
वतन के लिए जा की बाजी लगा दी,
हमारे थे अब देश के हो गए,
हमारे थे अब देश के हो गए।
वतन को जगाकर जो खुद सो गए,
सलाम उन शहीदो को जो खो गए,
वतन को जगाकर जो खुद सो गए।।
हिन्दू व सिख या मुसलमान थे,
सलाम उनको जिनकी वो संतान थे।
सलाम उनको जो बात ये कह गए,
की बेटा गया है वतन तो रहे,
जुदा हो के हम से वो खो गए।
जुदा हो के हम से वो खो गए,
वतन को जगाकर जो खुद सो गए।
सलाम उन शहीदो को जो खो गए,
वतन को जगाकर जो खुद सो गए।।
सलाम उन शहीदों को जो खो गए,
वतन को जगाकर जो खुद सो गए।।
शहीदों के बलिदान और साहस को समर्पित यह गीत सलाम उन शहीदों को जो खो गए हमें अपने देश के प्रति सम्मान और कर्तव्यबोध की प्रेरणा देता है। इसी भावना के साथ आप मेरे प्यारे वतन खाते हैं कसम, तू ही मेरी इबादत है है तू ही मेरा धरम, और हम होंगे कामयाब एक दिन को भी पढ़ सकते हैं, जो हमारे देश प्रेम को और मजबूत बनाते हैं।