भोले ऐसी भांग पिला दे जो तन मन में रम जाए एक अत्यंत लोकप्रिय शिव भजन है, जो भगवान शिव की असीम कृपा और उनकी दिव्य शक्ति को व्यक्त करता है। इस भजन में भक्त शिवजी से यह प्रार्थना करते हैं कि वह ऐसी भांग पिलाएं, जो न केवल शरीर, बल्कि मन और आत्मा में भी बस जाए। यह भजन शिवजी के अस्तित्व की गहराई और उनके प्रेम को दर्शाता है, जो सभी भक्तों के दिलों में रम जाता है। इस भजन के माध्यम से, भक्त भगवान शिव के साथ एक गहरे और आध्यात्मिक संबंध की कामना करते हैं, जो जीवन को शुद्ध और ऊँचा बना देता है।
Bhole Aisi Bhang Pila De Jo Tan Man Me Ram Jaye
दोहा
शिव समान दाता नहीं,
है ये देवों के है देव…
भक्तों के हित विष पिया,
कहलाए महादेव।।
भोले ऐसी भांग पिला दे,
जो तन मन में रम जाए…
तन मन में रम जाए भोले,
रोम रोम बस जाए,
कोई लाख जतन कर हारे…
उतरे ना उतराए,
भोलें ऐसी भांग पिला दे,
जो तन मन में रम जाए।।
तुम्हरी भांग के लिए,
तरसते है ब्रम्हा और विष्णु…
विनती करते बार बार सब,
कृपा करो हे शम्भू,
क्या नर क्या नारायण,
सब है तुम्हरी आस लगाए…
कोई लाख जतन कर हारे,
उतरे ना उतराए…
भोलें ऐसी भांग पिला दे,
जो तन मन में रम जाए।।
भक्ति भाव की भांग तुम्हारी,
जो पीवे तर जाए,
जन्म मरण के बंधन से….
वह पार उतर जाए,
आत्म पंछी उड़कर तेरे,
धाम पहुंच जाए,
कोई लाख जतन कर हारे…
उतरे ना उतराए,
भोलें ऐसी भांग पिला दे,
जो तन मन में रम जाए।।
मीरा और कबीरा ने पी,
पी रहीम हरी बोले,
सूरदास और तुलसी ने पी…
तो अंतर पट खोले,
ऐसी मुझे पिला दे भोले,
सोया मन जग जाए,
कोई लाख जतन कर हारे…
उतरे ना उतराए,
भोलें ऐसी भांग पिला दे,
जो तन मन में रम जाए।।
भोले ऐसी भांग पिला दे,
जो तन मन में रम जाए,
तन मन में रम जाए भोले…
रोम रोम बस जाए,
कोई लाख जतन कर हारे…
उतरे ना उतराए,
भोलें ऐसी भांग पिला दे,
जो तन मन में रम जाए।।
भोले ऐसी भांग पिला दे जो तन मन में रम जाए भजन में भगवान शिव की परम कृपा और भक्तों के जीवन में उनकी उपस्थिति का अहसास कराया गया है। शिवजी की भक्ति में यही एक विशेषता है, जो हमें हर भक्ति गीत और भजन में अनुभव होती है। इस भजन के साथ, आप शिव शंकर हम भक्तों से करते कितना प्यार, बम बम भोला, और भोले ओ भोले जैसे अन्य भजनों का अनुसरण कर सकते हैं। इन भजनों को पढ़ने और गाने से, शिवजी के प्रेम और आशीर्वाद से हम अपने जीवन को और अधिक ऊँचा और मंगलमय बना सकते हैं।
मैं पंडित सत्य प्रकाश, सनातन धर्म का एक समर्पित साधक और श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और माँ सरस्वती की भक्ति में लीन एक सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य इन दिव्य शक्तियों की महिमा को जन-जन तक पहुँचाना और भक्तों को उनके आशीर्वाद से जोड़ना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से इन महान विभूतियों की कथाएँ, आरती, मंत्र, स्तोत्र और पूजन विधि को सरल भाषा में प्रस्तुत करता हूँ, ताकि हर भक्त अपने जीवन में इनकी कृपा का अनुभव कर सके। View Profile 🚩 जय श्री राम 🚩