कालो के काल महाकाल आ गए भजन लिरिक्स

कालो के काल महाकाल आ गए” यह भजन शिव भक्तों के मन में विशेष ऊर्जा और भक्ति का संचार करता है। जब महाकाल की जयकार गूंजती है, तब समस्त ब्रह्मांड में उनके आगमन की दिव्यता और भयहरता का अनुभव होता है। इस भजन में महाकाल की अपार शक्ति, समय के स्वामी होने का भाव और उनके प्रति पूर्ण समर्पण का स्वर स्पष्ट रूप से उभरता है। इसे पढ़ते समय ऐसा प्रतीत होता है मानो स्वयं महाकाल हमारे बीच प्रकट हो रहे हैं।

Kalo Kal Kal Mahakal Aa Gaye

प्रेम से पुकारा तो तत्काल आ गए,
कालो के काल महाकाल आ गए।
महाकाल आ गए महाकाल आ गए,
काले के काल महांकाल आ गए।।


उज्जैन में निवास मेरे महाकाल का,
हर कण कण में वास मेरे महाकाल का।
उज्जैन में निवास मेरे महाकाल का,
हर कण कण में वास मेरे महाकाल का।
दुष्टों का नाश करने बनके काल आ गए,
काले के काल महांकाल आ गए।।


नैया भंवर के बीच जब डोलने लगे,
धड़कन भी जय श्री महाकाल बोलने लगे।
नैया भंवर के बीच जब डोलने लगे,
धड़कन भी जय श्री महाकाल बोलने लगे।
नैया उबारने को बन के ढाल आ गए,
काले के काल महांकाल आ गए।।


जिसने भी ध्यान किया मेरे महाकाल का,
उसको सहारा मिल गया मेरे महाकाल का।
जिसने भी ध्यान किया मेरे महकल का,
उसको सहारा मिल गया मेरे महाकाल का।
देने सहारा भक्त को तत्काल आ गए,
काले के काल महांकाल आ गए।।


प्रेम से पुकारा तो तत्काल आ गए,
कालो के काल महाकाल आ गए।
महाकाल आ गए महाकाल आ गए,
काले के काल महांकाल आ गए।।

कालो के काल महाकाल आ गए भजन शिवभक्तों के लिए आस्था का प्रतीक है, जो उन्हें भय और कष्टों से मुक्ति का मार्ग दिखाता है। महाकाल की उपासना ही सच्चे कल्याण का रास्ता है, और इस भजन को पढ़ने से उनके प्रति और अधिक श्रद्धा जागती है। शिवभक्तों को चाहिए कि वे महाकाल नजर आए, महाकाल नाम जपिए, चलता चल रे भक्ता महाकाल सवारी में और दूल्हा उज्जैनी वाला जैसे अन्य भजनों को भी पढ़ें, ताकि महाकाल की अनंत महिमा का समग्र अनुभव प्राप्त हो सके। शिव जी की जयकार में ही जीवन का सच्चा सार है।









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